उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड के मुख्य चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा का एमबी अस्पताल में (MB hospital Udaipur) इलाज जारी है. राजकुमार शर्मा को 1 अक्टूबर को ब्रेन हेमरेज हुआ था, जिसके बाद उन्हें एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले दिनों जयपुर एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों ने उनका ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन पूरी तरह से सफल रहा था, लेकिन अभी भी राजकुमार शर्मा के स्वास्थ्य में कोई विशेष सुधार देखने को नहीं मिल रहा. हालांकि, राजकुमार शर्मा के शरीर में मामूली सी हलचल जरूर देखने को मिली है.
राजकुमार शर्मा के परिवार की खुशियों को भी हत्याकांड ने छीना : राजकुमार शर्मा कन्हैयालाल की दुकान पर पिछले लंबे अरसे से काम कर रहे थे. हत्याकांड के बाद से ही राजकुमार रोजगार नहीं मिलने के कारण आर्थिक तंगी से परेशान होने लगे थे. उनकी पत्नी ने बताया कि 3 महीने बाद उनकी बेटी की शादी होने वाली है. पत्नी पुष्पा शर्मा ने बताया कि उदयपुर हत्याकांड के बाद पिछले कुछ महीने से उनके पति तनाव में थे. तीन महीने बाद बेटी की शादी होनी है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से प्राइवेट नौकरी तो लगवाई गई, लेकिन बहुत कम वेतन था. उन्हें इस पूरी वारदात का मुख्य गवाह बनाया गया, लेकिन पिछले 3 महीने में हमारे परिवार पर क्या बीती, वह सिर्फ हम ही समझ सकते हैं.
शर्मा ने बताया कि इस हत्याकांड से पहले राजकुमार को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी, लेकिन वारदात के बाद से उन्हें इतना मानसिक तनाव हो गया कि उनकी हालत बिगड़ती चली गई और ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage to Eyewitness Rajkumar Sharma) हो गया. राजकुमार शर्मा मृतक कन्हैयालाल की दुकान पर काम करते थे. 28 जून को दिनदहाड़े कन्हैयालाल की हत्या के दौरान राजकुमार और ईश्वर दोनों वहां मौजूद थे.