शिमला: मिशन-2024 के लिए भाजपा मन-प्राण से जुट गई है. क्या भाजपा के लोकसभा स्क्वाड में एक और सिने स्टार के जुड़ने के आसार हैं? ऐसा इसलिए कि बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत ने गुजरात के द्वारका में लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत देकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है. सिने स्टार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर लोकसभा पहुंचते रहे हैं. इस कड़ी में धर्मेंद्र से लेकर हेमा मालिनी, सनी देयोल से लेकर किरण खेर का नाम शामिल है. मनोज तिवारी, दिनेश यादव निरहुआ, रवि किशन जैसे सितारे भी भाजपा की पसंद हैं. हालांकि अन्य दलों में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी भी फिल्म जगत के सितारों को चुनाव मैदान में उतारती रही है, लेकिन भाजपा इस सिलसिले में कलाकारों पर अधिक ही भरोसा करती है.
तीखे बयानबाजी के लिए मशहूर है कंगना: कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश के मंडी व हमीरपुर जिलों की सीमा पर भांबला की रहने वाली हैं. सिनेमा संसार में क्वीन के नाम से विख्यात कंगना रनौत अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चित रही हैं. वे राजनीति से लेकर अन्य मुद्दों पर तीखे बयान देती आई हैं. कंगना के पहले भी मंडी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के कयास लगते रहे हैं. हाल ही में गुजरात के द्वारका में कंगना रनौत ने चुनाव लड़ने को लेकर संकेत दिए हैं. कंगना ने द्वारका में कहा कि भगवान कृष्ण चाहेंगे तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगी.
ये भी पढ़ें:किस लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी कंगना रनौत, दिए संकेत ?
मंडी से चुनाव लड़ने पर क्या होंगे समीकरण: कंगना रनौत अगर मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी तो भाजपा में कई समीकरण बनेंगे. अभी मंडी से जयराम ठाकुर को चुनाव मैदान में उतारने की अटकलें लग रही हैं. वैसे तो भाजपा में जयराम ठाकुर से मजबूत प्रत्याशी शायद ही हो, लेकिन वे चुनाव लड़ने के अधिक इच्छुक नहीं हैं. वे प्रदेश की राजनीति में ही रहना चाहते हैं, परंतु पार्टी हाईकमान के आदेश के बाद उनके पास और कोई चारा नहीं होगा. इस समय मंडी की दस विधानसभा सीटों में से नौ पर भाजपा के विधायक जीते हुए हैं. मंडी लोकसभा सीट पर इस समय बेशक प्रतिभा सिंह सांसद हैं, किंतु यहां भाजपा का प्रभाव कांग्रेस से अधिक है.
कंगना रनौत ने दिया लोकसभा चुनाव लड़ने का संकेत
युवा वोटर्स की पसंद बन सकती हैं कंगना: रामस्वरूप शर्मा के अकस्मात निधन के बाद मंडी सीट पर उपचुनाव हुआ था. उस चुनाव में प्रतिभा सिंह ने भाजपा के ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर को पराजित किया था. जीत का अंतर अधिक नहीं था, लेकिन ये सीट कांग्रेस की झोली में आई. अब प्रदेश की सत्ता पर भी कांग्रेस काबिज है. ऐसे में कांग्रेस इस सीट को जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. अब अगर भाजपा की तरफ से कंगना को मौका मिलता है तो न केवल भाजपा के भीतर बल्कि कांग्रेस के सियासी समीकरण भी बदलेंगे. कंगना के साथ बॉलीवुड का तड़का और क्रेज होगा. युवा वोटर्स कंगना की उम्मीदवारी पर रीझ सकते हैं, लेकिन पार्टी के एकनिष्ठ कार्यकर्ता ये चाहेंगे कि जिस नेता ने निरंतर फील्ड में काम और मेहनत की है, उन्हें टिकट के लिए प्राथमिकता के आधार पर कंसीडर करना चाहिए. कंगना को टिकट मिलने की सूरत में कांग्रेस को भी अपनी रणनीति नए सिरे से बनानी पड़ेगी.
जयराम ठाकुर के लिए होगी सुख की बात: नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के लिए कंगना को टिकट मिलना एक तरह से राहत की बात भी होगी. वे चुनाव मैदान में उतरने से बच जाएंगे. फिर वे सारा ध्यान प्रदेश की सियासत पर दे पाएंगे. हिमाचल की सत्ता का ट्रेंड रहा है कि यहां हर पांच साल बाद बदलाव आता है. भला ऐसा कौन सा राजनेता होगा, जो किसी राज्य का दूसरी बार सीएम न बनना चाहता हो. इसके लिए प्रदेश की राजनीति में ही प्रासंगिक बने रहना जरूरी है. यदि कंगना को टिकट मिलता है तो ये जयराम ठाकुर के लिए सुख की बात होगी. हालांकि उन्हें कंगना को सियासत की क्वीन बनाने के लिए भी मेहनत करनी होगी. मिशन-2024 के तहत भाजपा एक-एक सीट पर जीत के लिए एड़ी-चोटी लगाएगी. ऐसे में एक भी सीट पर कंप्रोमाइज नहीं किया जाएगा.
हिमाचल प्रदेश से है कंगना रनौत
भाजपा सरकार ने दी है कंगना को वाई प्लस सुरक्षा: नरेंद्र मोदी सरकार ने कंगना को 2020 में वाई प्लस सुरक्षा दी हुई है. मुंबई में कंगना का तत्कालीन शिव सेना सांसद संजय राउत से टकराव हो गया था. तब मुंबई में उद्धव सरकार ने कंगना पर अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए बंगले के कुछ हिस्से को ध्वस्त किया था. उसके बाद ये टकराव बढ़ गया था. कंगना ने मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर से कर दी थी. उसके बाद कंगना की सुरक्षा के लिए हिमाचल की तत्कालीन जयराम सरकार ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से औपचारिक आग्रह किया था. कंगना इस समय वाई प्लस की सुरक्षा में है. बाद में कंगना का परिवार भाजपा में शामिल हो गया था. हालांकि आरंभ में परिवार कांग्रेस की विचारधारा का समर्थक माना जाता था. कंगना कई मर्तबा राष्ट्रवाद और अन्य मसलों पर परोक्ष रूप से भाजपा की लाइन लेने के लिए चर्चित रही हैं.
मनाली में बनाया है कंगना ने घर: कंगना रनौत खुद को गर्व से पहाड़ी गर्ल कहती है. कंगना रनौत ने मनाली में अपना घर बना लिया है. फिल्म इंडस्ट्री में कंगना के अलावा हिमाचल से प्रिटी जिंटा एक बड़ा नाम है. यामी गौतम भी हिमाचल से संबंध रखती हैं, लेकिन सियासी तौर पर कंगना रनौत ही सर्वाधिक चर्चित रहती हैं. वे हर मसले पर अपनी राय व्यक्त करने से पीछे नहीं हटती.
ये भी पढ़ें:कंगना रनौत के चुनाव लड़ने पर जयराम ठाकुर ने कही ये बात, कांग्रेस पर साधा जमकर निशाना
फिल्मी सितारों का राजनीति से संबंध: वरिष्ठ मीडिया कर्मी उदयवीर सिंह का मानना है कि फिल्मी सितारों का अपना क्रेज होता है, लेकिन सियासत में कई तरह के दाव-पेंच होते हैं. कंगना को चुनाव लड़वाने के मसले पर कार्यकर्ताओं की राय भी अहम होगी. फिल्मी सितारे ग्लैमर के बूते चुनाव बेशक जीत जाएं, लेकिन वे जनता के अधिक करीब नहीं आ पाते. वे एक दायरे में रहते हैं. खांटी राजनेता गांव की धूल भरी गलियों में भी आते हैं और किसी भी जगह कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहते हैं. फिल्मी सितारों के साथ आम जनता व कार्यकर्ताओं का ऐसा अनुभव नहीं रहता है. फिर भी कंगना हिमाचल में स्टार हैं और सियासत में किस्मत आजमाने के लिए लालायित भी. कंगना रनौत के बयान पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि चुनाव लड़ने की इच्छा जताने का सभी को हक है. कोई भी फैसला पार्टी हाईकमान को ही करना होता है.