इंदौर : मध्य प्रदेश में उपचुनाव के नतीजों में भाजपा की जीत से उत्साहित भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash vijaywargiya) ने मतदाताओं का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में विपक्ष किसानों और आदिवासियों के नाम पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहा था, जिसे जनता ने नकार दिया है.
धनतेरस पर पुश्तैनी दुकान पर बैठे कैलाश
धनतेरस के अवसर पर परंपरागत रूप से अपनी दुकान पर बैठने के साथ दुकान चलाने के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस ने किसान विरोधी मुद्दा बनाया था. इस चुनाव ने यह साबित कर दिया है. सभी सीटों पर एनडीए आगे है. इसका मतलब मोदी को किसान द्वारा अपना समर्थन दिया जा रहा है. उसका सारा श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है.
रैगांव में पीछे चल रही भाजपा
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बीजेपी इससे पहले पृथ्वीपुर की सीट नहीं जीत पाई थी, लेकिन इस बार वहां भी बीजेपी झंडा लहरा रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इसका श्रेय देते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बीडी शर्मा और संगठन ने भी बहुत मेहनत की थी.
ज्ञानेश्वर को कैलाश विजयवर्गीय ने बुलाया सांसद
आज खंडवा लोकसभा की मतगणना के दौरान भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल ने मतगणना के दौरान ही कैलाश विजयवर्गीय को फोन करके आशीर्वाद मांगा था. वहीं कैलाश विजयवर्गीय ने ज्ञानेश्वर को सांसद कहकर संबोधित किया.
इस दौरान पाटिल ने कहा कि आप के आशीर्वाद से जीत रहे हैं, लेकिन आपको अगले पांच साल के कार्य दो साल में कराने होंगे. इस पर विजयवर्गीय ने सहमति देते हुए कहा सारे कामों की लिस्ट बना लो, साथ में मिलकर सारे काम स्वीकृत कराए जाएंगे.
कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी को लिया आड़े हाथों
आज धनतेरस के अवसर पर कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल सरकार और ममता बनर्जी को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार तानाशाह है, जहां डेमोक्रेसी नाम की चीज नहीं है. उन्होंने कहा कि वहां भाजपा नेताओं पर अनावश्यक कि प्रकरण लादे जा रहे हैं. वहां के सांसद अर्जुन सिंह पर 20 केस लगा दिए. इतने ही केस मेरे खिलाफ दर्ज कराए गए. ऐसा लगता है कि वहां की सरकार लोगों को किल करने में लग गई है, जो लोग भाजपा छोड़कर टीएमसी में जा रहे हैं. वह तलवार के दम पर जा रहे हैं. पश्चिम बंगाल सरकार चुन-चुनकर सभी को निशाना बना रही है.
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दुकान के साथ हुआ मेरा जन्म
उन्होंने कहा कि मेरा जन्म और दुकान का जन्म एक साथ हुआ है. आज दुकान और मुझे 60 वर्ष हो गए हैं. युवा मोर्चे से शुरू राजनीति के समय में मंत्री, महामंत्री होने तक पुश्तैनी दुकान पर बैठते आया हूं. ये पूरी कॉलोनी हमारा परिवार है और पारिवारिक संबंध पूरे ग्राहकों से निभाए जाते हैं. दरअसल कैलाश विजयवर्गीय की माता जी द्वारा नंदा नगर में किराने की दुकान बीते 60 साल पहले खोली गई थी, जो आज भी काकी की दुकान के नाम से जानी जाती है.