हैदराबाद : पूरे प्रदेश में जूनियर डॉक्टर और रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. उन्होंने गांधी, उस्मानिया (Osmania) और वारंगल एमजीएम (Warangal MGM) समेत सभी सरकारी अस्पतालों में अपनी सेवा देने से मना कर दिया है. हालांकि उनकी आपातकालीन सेवाएं अभी जारी हैं.
दरअसल, जूनियर डॉक्टरों की यह हड़ताल बढ़ी हुई वजीफा और कोविड इंसेंटिव को लागू करने की मांग को लेकर है. वे NIMS में पैरामेडिक्स के लिए उपचार प्रदान करने का अनुरोध कर रहे हैं.
साथ ही उन्होंने कोविड-19 से मरने वाले डॉक्टरों के लिए 50 लाख रुपये और कोविड-19 से मरने वाले चिकित्सा कर्मचारियों के लिए 25 लाख रुपये की मांग की है.
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बता दें, रेजिडेंट डॉक्टरों की सेवाएं कल से निलंबित रहेंगी. उन्होंने चेतावनी दी हैं कि अगर सरकार ने उनकी मांगों का जल्द जवाब नहीं दिया, तो वह 28 तारीख से अपनी आपातकालीन सेवाओं को भी बॉयकॉट करेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी.