नई दिल्ली: कांग्रेस में राज्यसभा नामांकन के लिए घमासान शुरू हो गया है. वर्तमान में 245 सदस्यीय राज्यसभा में सबसे पुरानी पार्टी के 29 सदस्य हैं और उसे अपने दम पर 9 सीटें मिलने की उम्मीद है. पार्टी को अपने सहयोगियों की कुछ मदद से और 3 सीटें मिल सकती हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को राजस्थान से 3 और छत्तीसगढ़ से 2 सीटें मिलने की उम्मीद है क्योंकि पार्टी दोनों राज्यों में सत्ता में है.
कांग्रेस को कर्नाटक, मध्य प्रदेश और हरियाणा में एक-एक सीट मिलने की उम्मीद है, जहां वह मुख्य विपक्षी दल है. उसके पास संसद के ऊपरी सदन के लिए अपने उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त संख्या में विधायक हैं. इसके अलावा कांग्रेस को महाराष्ट्र में अपने दम पर 1 सीट मिलने की उम्मीद है, जहां वह शिवसेना और एनसीपी के साथ सत्ता साझा करती है. तमिलनाडु में द्रमुक अपने कोटे से 1 सीट कांग्रेस को देने पर राजी हो गई है लेकिन सबसे पुरानी पार्टी को बिहार में सहयोगी राजद के साथ 1 सीट और झारखंड में सहयोगी झामुमो के साथ 1 सीट के लिए कड़ी सौदेबाजी करनी होगी.
झारखंड के एआईसीसी प्रभारी अविनाश पांडे ने हाल ही में इस मुद्दे पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की लेकिन 1 सीट के बंटवारे पर कोई समझौता नहीं हुआ है. सूत्रों ने कहा कि चूंकि संसद के ऊपरी सदन में रहने की इच्छा रखने वाले नेताओं की लंबी सूची के मुकाबले उपलब्ध सीटें सीमित हैं इसलिए चुनाव करना आलाकमान के लिए थोड़ा मुश्किल होने वाला है. पहले से ही उच्च सदन के लिए नामांकन प्राप्त करने के लिए नेताओं के बीच जोरदार पुरानी पार्टी शुरू हो गई है.