INDIA MEETING : INDIA गठबंधन के संयोजक और सीट शेयरिंग के लिए होगा मंथन, कल से मुंबई में दो दिवसीय बैठक - Nitish Kumar
विपक्षी गठबंधन इंडिया मुंबई में होने वाली अपनी अपनी तीसरी मीटिंग के लिए तैयार है. गठबंधन के कुछ सदस्य मीटिंग के लिए मुंबई में पहुंच गए है. उम्मीद जताई जा रही है, कि इस मीटिंग में 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देमजर बड़े फैसले हो सकते हैं. सभी की नजर गुरुवार से होने वाली मीटिंग के फैसलों पर है.
मुंबई : विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के नेता गुरुवार से मुंबई में शुरू हो रही दो दिवसीय बैठक में गहन चर्चा के लिए मुंबई पहुचना शुरु हो गए हैं और इस बैठक में वे एक समन्वय समिति तथा गठबंधन के ‘लोगो’ की घोषणा करेंगे. विपक्षी नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठवंधन ) का मुकाबला करने के लिए संयुक्त प्रचार रणनीति तथा अपने सदस्यों के बीच मतभेदों को हल करने पर चर्चा करेंगे. इंडिया गठबंधन के कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने, देशभर में आंदोलन करने के लिए संयुक्त रणनीति बनाने और सीटों के बंटवारे के लिए कुछ समितियों की घोषणा करने की भी उम्मीद है.
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता मनोज झा ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, 'मुंबई की बैठक में मौजूदा सरकार की नीतियों का एक प्रगतिशील विकल्प लाने के लिए स्पष्ट रूपरेखा पेश की जाएगी'. विपक्षी गठबंधन इंडिया के अपने घटक दलों के बीच आपसी सुचारू समन्वय के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक सचिवालय की घोषणा करने की भी उम्मीद है, इसके अलावा, गठबंधन के दलों की अगुवाई करने के लिए एक संयोजक या अध्यक्ष के मुद्दे पर भी चर्चा होगी'.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संयोजक पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी गठबंधन का प्रमुख नियुक्त किए जाने की चर्चा है. सूत्रों के अनुसार, कुमार ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह संयोजक पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं जबकि सोनिया गांधी ने व्यक्तिगत रूप से कहा है कि वह इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं. दो दिवसीय बैठक के लिए नेताओं का यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. वे सीट बंटवारे जैसे विवादित मुद्दे पर भी बातचीत करेंगे. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके बेटे एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मुंबई पहुंच चुके हैं.
ऐसी अटकलें भी हैं कि मुंबई की बैठक में 26 दलों वाले इस विपक्षी गठबंधन में कुछ और क्षेत्रीय दल भी शामिल हो सकते हैं. यह पटना और बेंगलुरु के बाद इस गठबंधन की तीसरी बैठक है. गठबंधन की पहली बैठक जून में पटना में, जबकि दूसरी बैठक जुलाई में बेंगलुरु में हुई थी, जहां इसे ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) नाम दिया गया. मुंबई में बैठक से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 'इंडिया' का संयोजक बनाए जाने संबंधी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं है और वह सबको एकजुट करना चाहते हैं. उन्होंने रविवार को कहा था कि इंडिया गठबंधन की मुंबई बैठक में 'कुछ और राजनीतिक दल' इसमें शामिल हो सकते हैं. उन्होंने हालांकि, किसी दल का नाम नहीं लिया था.
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन मुंबई में अपनी बैठक में 'भाजपा चले जाओ' का नारा देगा. पटोले ने कहा कि 'इंडिया' गठबंधन में प्रधानमंत्री पद के लिए कई सक्षम उम्मीदवार हैं. उन्होंने दावा किया कि कुछ दल जो वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक हैं, वे भी विपक्षी गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. प्रस्तावित बैठक के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मिलिंद देवड़ा ने 'इंडिया' के घटक दलों के बीच बढ़ते तालमेल को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि इसका सर्वोत्तम उदाहरण महाराष्ट्र है. बैठक के मद्देनजर कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा कि गठबंधन के साझेदारों के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को ज्यादातर राज्यों में अंतिम रूप दे दिया गया है. बैठक के आयोजन में अहम भूमिका निभा रहे देवड़ा ने 'इंडिया' के साझेदारों के बीच 'विकसित हो रहे तालमेल' की सराहना की और कहा कि इसका सबसे अच्छा उदाहरण महाराष्ट्र में है.
शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन महाविकास आघाडी ने 'इंडिया' की बैठक के विभिन्न पहलुओं की योजना के लिए विभिन्न समितियां गठित की हैं. 'इंडिया' की यह पहली बैठक है, जो ऐसे राज्य में आयोजित हो रही है, जहां इस गठबंधन का कोई भी घटक सत्ता में नहीं है. राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के राजग में शामिल होने की चर्चाओं को अटकल बताकर खारिज करते हुए पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि कई राजनीतिक दल भाजपा के साथ हाथ मिलाने में सहज नहीं महसूस कर रहे क्योंकि वह असंतोष की आवाज को कुचलने में बहुत माहिर है.
कर्नाटक की राजधानी में पिछले महीने हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि विपक्ष 2024 का चुनाव एकजुट होकर लड़ेगा और कामयाब होगा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि उनकी लड़ाई भाजपा की विचारधारा के खिलाफ है.