जोधपुर.जिले के ओसियां के रामनगर पंचायत की गंगाणियों की ढाणी में बुधवार को हुए सामूहिक हत्याकांड में छह माह की बच्ची मनीषा की भी क्रुरतम तरीके से हत्या की गई थी. इस संबंध में राष्ट्रीय बाल आयोग ने प्रसंज्ञान लेते हुए जोधपुर पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट सात दिन में तलब की है.
आयोग की रजिस्ट्रार अनु चौधरी ने इस संबंध में जोधपुर पुलिस कमिश्नर से अनसुंधान रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, एफआईआर रिपोर्ट व बच्ची की पूरी जानकारी मांगी है. साथ ही इस मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी तलब की है. आयोग ने जोधपुर पुलिस को भेजे पत्र में लिखा है कि मीडिया रिपोर्ट में पुलिस के बयान के अनुसार बालिका का गला काटकर उसे जलाया गया. हर कोई इस विभत्स घटना से स्तब्ध है.
राष्ट्रीय बाल आयोग ने यह लिखा पत्र. पढ़ेंः Jodhpur Mass Murder: जोधपुर में भतीजे ने ही चाचा-चाची, भाभी और भतीजी को उतारा मौत के घाट, जानिए पूरी कहानी...
पांच दिन बाद ही आई थी ननीहाल सेः संवैधानिक तरीके से गठित आयोग ने अपनी प्रदत्त शक्तियों के आधार पर यह रिपोर्ट पुलिस से तलब की है. हादसे में जान गंवाने वाले पूनाराम के बेटे रेवतराम की बेटी थी मनीषा. जिसे उसकी मां धापू के साथ पप्पूराम ने मारा था. मनीषा को पप्पूराम ने चूल्हें में डाल दिया था. परिवार में मनीषा पहली बेटी थी. पांच दिन पहले ही रेवतराम उसे ननीहाल से लेकर आया था. घर आने के 5 दिन के बाद ही उसकी निर्ममता से हत्या हो गई. वहीं, घटना के बाद सभी मृतकों के पोस्टमार्टम को लगभग 24 घंटे हो गए हैं, लेकिन मुआवजे की मांग को लेकर बने गतिरोध के चलते अभी अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है.
यह था मामलाःजोधपुर जिले के ओसियां में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या करके जलाने का मामला बुधवार को सामने आया था. इस मामले में जोधपुर पुलिस ने मृतक पूनाराम के बड़े भाई भेराराम के बेटे पप्पूराम (20) को इस हत्याकांड का दोषी मानते हुए हिरासत में लिया है. उसने नृशंस हत्याकांड को अंजाम देने की बात कही है. इस हत्याकांड के दौरान 6 माह की बच्ची की भी निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी.