देहरादून : केंद्र सरकार उत्तराखंड के रामनगर स्थित विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim Corbett National Park) का नाम बदलने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय पर्यावरण एवं राज्य मंत्री अश्वनी चौबे ने रामनगर दौरे पर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का नाम बदलकर रामगंगा नेशनल पार्क करने की इच्छा की जाहिर की थी.
बता दें कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अश्वनी चौबे तीन अक्टूबर को रामनगर पहुंचे थे और यहां अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत बाघों के संरक्षण को लेकर निकाली गई रैली में शामिल हुए थे. इस दौरान अश्वनी चौबे ने धनगढ़ी स्थित म्यूजियम कन्वेंशन सेंटर पहुंचे कॉर्बेट पार्क की जानकारी ली थी.
बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री ने जब वहां किताबों से जाना कि कॉर्बेट पार्क का नाम पहले रामगंगा नेशनल पार्क था तो उन्होंने पार्क क नाम रामगंगा नेशनल पार्क रखने की इच्छा जाहिर की.
इस बारे में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि केंद्रीय वन मंत्री तीन अक्टूबर को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के भ्रमण पर थे. भ्रमण के दौरान उन्होंने कहा था कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का नामकरण पुराने 'रामगंगा नेशनल पार्क' के नाम पर किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में जो भी उच्च स्तर से दिशा निर्देश प्राप्त होंगे उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी.
राहुल कुमार ने बताया कि 1954 में हेली नेशनल पार्क नाम बदलकर रामगंगा नेशनल पार्क किया गया था. इसके बाद 1956 में इसका नाम कॉर्बेट नेशनल पार्क किया गया था.
बता दें कि जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क बाघों और वन्यजीवों के दीदार के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है. वर्ष 1936 में इस पार्क की स्थापना की गई थी. उस समय इस पार्क का नाम तत्कालीन गवर्नर मैल्कम हेली के नाम पर हेली नेशनल पार्क रखा गया था. आजादी के बाद इस पार्क का नाम रामगंगा नेशनल पार्क रख दिया गया. बाद में प्रसिद्ध शिकारी जिम कॉर्बेट की मौत के दो साल बाद 1956 में इसका नाम जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क कर दिया गया.