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कांग्रेसी बनने के बाद बोले कन्हैया, बड़े जहाज को नहीं बचाया तो छोटी कश्तियां डूब जाएंगी

जैसे पहले से चर्चा थी, मंगलवार को लेफ्ट राजनीति को छोड़कर कन्हैया कांग्रेसी हो गए. इस मौके पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस को बचाना जरूरी है, इसलिए वह पार्टी में शामिल हुए हैं. उन्होंने कांग्रेस की तुलना ऐसे जहाज से की, जिसके डूबने से लोकतंत्र खत्म हो जाएगा. इस मौके पर पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला, गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी मौजूद रहे

Jignesh Mevani and Kanhaiya Kumar statement after Join Congress In Presence Of Rahul Gandhi
Jignesh Mevani and Kanhaiya Kumar statement after Join Congress In Presence Of Rahul Gandhi

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Published : Sep 28, 2021, 8:13 PM IST

Updated : Sep 28, 2021, 9:46 PM IST

हैदराबाद :सीपीई के युवा नेता कन्हैया कुमार मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके साथ गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया, मगर तकनीकी कारणों से सदस्यता नहीं ली. कांग्रेस जॉइन करने के सवाल पर कन्हैया कुमार ने बेबाक राय रखी . उन्होंने कहा कि देश की लोकसभा में 200 सीटें ऐसी हैं, जहां बीजेपी के सामने कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं है. जो देश की सबसे बड़ी पार्टी को नहीं बचाया गया यानी अगर बड़े जहाज को नहीं बचाया गया तो छोटी-छोटी कश्तियां भी नहीं बचेंगी.

इस मौके पर कांग्रेस जॉइन करने के बाद दोनों युवा नेताओं ने आइडिया ऑफ इंडिया की बात छेड़ी. माना यह जा रहा है कि बीजेपी के खिलाफ आक्रमक कैंपेन में कांग्रेस 'आइडिया ऑफ इंडिया' के साथ आगे बढ़ेगी. फिलहाल इसकी शुरुआत कन्हैया और जिग्नेश मेवाणी ने की है. कन्हैया बीजेपी नेतृत्व और आरएसएस को निशाना बनाते हुए दावा किया कि देश में अभी आपातकाल जैसी स्थिति है. उन्होंने इस हालात से लड़ने के लिए देश की सबसे बड़ी विपक्षी दल का हाथ थामा है. कांग्रेस को देश को बचाने की जिम्मेवारी लेनी पड़ेगी. उसी को संभालने पार्टी में आया हूं.

कन्हैया ने बताया कांग्रेस में क्यों आए

सीपीआई छोड़ने के सवाल पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि संगठन हमेशा व्यक्ति से बड़ा होता है. उन्होंने कहा कि लेफ्ट जिस तरीके से वह लड़ रहा हैं उसमें स्पीड की जरूरत है. विचारधारा के खेल में विरासत को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. अपने ठेठ बिहारी शैली में उन्होंने कहा कि आज के समय में दीवार पर बैठकर टुकुर-टुकुर देखने से काम नहीं चलेगा. उन्होंने माना कि अभी सत्ता से सवाल पूछने के लिए उन्हें दमदार प्लेटफॉर्म की जरूरत थी.

कांग्रेस कार्यालय में कन्हैया

नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कन्हैया ने कहा कि प्रधानमंत्री बूढ़े हो गए हैं, जिनके लिए जन्मदिन पर सोहर गाया जा रहा था. यह भौंडापन है. उन्होंने पीएम मोदी की तुलना एक्टर गोविंदा से कर दी, जो हमेशा कपड़े बदला करते हैं. उन्होंने अन्य दलों से आपसी विचारधारा के मतभेद को खत्म करने की अपील की. कन्हैया ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार एनसीईआरटी के कैरिकुलम में छेड़छाड़ कर रही है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने भी उसी स्क्रिप्ट को आगे बढ़ाया , जिसकी शुरूआत कन्हैया ने की. जिग्नेश मेवानी ने आइडिया ऑफ इंडिया की बात की और देश की स्थिति की तुलना आपातकाल से की. जिग्नेश मेवानी ने कहा कि जो कहानी गुजरात से शुरू हुई, उसने मुल्क में उत्पात मचाया है. एक राष्ट्र के तौर पर भारत अभूतपूर्व क्राइसिस से गुजर रहा है. आइडिया ऑफ इंडिया पर हमला है.

उन्होंने केंद्र की सरकार पर अडानी के जरिये नशे का कारोबार फैलाने का आरोप लगाया .अडानी के पोर्ट पर 3000 किलो ड्रग्स मिलने का जिक्र करते हुए जिग्नेश ने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को नशे के हवाले में कर देना चाहती है. उन्होंने किसान आंदोलन को इग्नोर करने और सेंट्रल विस्टा का प्रोग्रेस को तवज्जो देने के लिए पीएम मोदी की आलोचना की.

इस मौके पर जिग्नेश ने स्पष्ट किया वह अपना अगला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर ही लड़ेंगे. जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि वह तकनीकी कारणों से औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल नहीं हो सके. अभी वह निर्दलीय विधायक हैं. अगर वह किसी पार्टी में शामिल होते हैं, तो विधायक नहीं रह सकते.

कांग्रेसी कन्हैया के बोल ...

  • आप अपने दुश्मन का चुनाव कीजीए, दोस्त अपने आप बन जाएंगे. यह देश की सबसे पुरानी और सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में इसलिए शामिल होना चाहता हूं क्योंकि अगर कांग्रेस नहीं बचा तो देश नहीं बचेगा.
  • कांग्रेस एक बड़े जहाज की तरह है, अगर इसे बचाया जाता है, तो मेरा मानना है कि महात्मा गांधी की एकता, भगत सिंह की हिम्मत और बीआर अंबेडकर के समानता के विचार की भी रक्षा की जाएगी.
  • लोकसभा में 545 में से 200 लगभग ऐसी सीटें हैं, जहां बीजेपी के सामने कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं है. अगर सबसे बड़ी पार्टी को नहीं बचाया गया, अगर बड़े जहाज को नहीं बचाया गया तो छोटी-छोटी कश्तियां भी नहीं बचेंगी.

उधर, सीपीआई ने कन्हैया को पहले ही पार्टी से निष्कासित कर दिया है. पार्टी महासचिव डी राजा ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है. डी राजा ने कहा कि कांग्रेस में जाना कन्हैया की महत्वकांक्षा है. उसने जता दिया है कि जाति विहीन राजनीति और कम्युनिस्ट विचारधारा में उसका विश्वास नहीं रहा.

Last Updated : Sep 28, 2021, 9:46 PM IST

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