हैदराबाद: केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कई मुख्यमंत्री लामबंद हो रहे हैं. ऐसी खबरें हैं कि तेलंगाना मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ने के लिए जल्द ही गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने का फैसला किया है. आरोप है केंद्र भाजपा शासित राज्यों को प्राथमिकता दे रहा है. ऐसे में गैर बीजेपी राज्यों ने कहा है कि उन्हें एकजुट होकर केंद्र का विरोध करना चाहिए.
सूत्रों के मुताबिक दोनों नेता आगामी राष्ट्रपति चुनाव में क्षेत्रीय दलों से उम्मीदवार उतारने की संभावना पर चर्चा कर रहे हैं. गुरुवार को अपने परिवार के साथ हैदराबाद पहुंचे झारखंड के सीएम सोरेन शाम को प्रगति भवन पहुंचे और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात की. टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष, मंत्री केटीआर भी बैठक में शामिल हुए. करीब तीन घंटे तक दोनों ने राष्ट्रीय राजनीति, केंद्र सरकार के रवैये और भविष्य की गतिविधियों समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की. गौरतलब है कि केसीआर ने पिछले महीने की 4 तारीख को झारखंड की राजधानी रांची का दौरा कर सीएम सोरेन से भेंट की थी.
केंद्र में बीजेपी के रुख की काफी चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक दोनों मुख्यमंत्रियों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से एकतरफा काम कर रहे हैं. देश के अन्य दलों को ध्यान में नहीं रखते हुए और फंड और परियोजनाओं के मामले में उनके साथ भेदभाव कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि उन्होंने उल्लेख किया है कि देश के इतिहास में कभी भी ऐसा समय नहीं आया जब प्रधानमंत्री अपनी स्थिति को भूल गए और राज्यों को बदनाम करने की कोशिश की. दोनों मुख्यमंत्रियों का विचार था कि केंद्र राज्यपालों के माध्यम से सत्ता का प्रयोग करने की कोशिश कर रहा है.