नई दिल्ली : करीब तीन साल से बंद पड़ा जेट एयरवेज एक बार फिर अपनी सर्विस शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. शुक्रवार को सिविल एविएशन रेग्युलेटर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने जेट एयरवेज को एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) जारी कर दिया.
कभी नरेश गोयल की एयरलाइन कंपनी रही जेट एयरवेज ने 1993 में पहली बार कमर्शल उड़ान भरी थी. जेट एयरवेज के बेड़े में नैरो-बॉडी और वाइड-बॉडी 124 एयरक्राफ्ट थे, जिसके जरिये कंपनी भारत और दुनिया भर में 65 से अधिक डेस्टिनेशन के लिए फ्लाइट संचालित करती थी. वित्तीय कठिनाइयों के कारण 2019 में इसकी सर्विस बंद हो गई और कंपनी के विमान खड़े गए. नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की मुंबई बेंच के आदेश के तहत कंपनी इंडियन इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस में चली गई.
जालान कलरॉक कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज के लिए रिजॉल्यूशन प्लान को मंजूरी दी. मई महीने में ही एयरलाइन ने अपने विमान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी फ्लाइट का टेस्ट किया. एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) करने के बाद जालान कलरॉक कंसोर्टियम ने अपनी एनसीएलटी अप्रूव्ड रिजॉल्यूशन प्लान की सभी शर्तों को पूरा किया है. टेस्ट प्रक्रिया 15 मई से 17 मई के बीच संपन्न हुई, जिसमें डीजीसीए के प्रमुख अधिकारी शामिल थे.