बेंगलुरु : आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश की आशंकाओं को खारिज करते हुए जनता दल-सेक्युलर नेता एच डी कुमारस्वामी (H D Kumaraswamy) ने शनिवार को भरोसा जताया कि चुनाव में उनकी पार्टी पारंपरिक रूप से गढ़ रहे पुराने मैसुरु से परे विस्तार करेगी और अपने बूते राज्य में सरकार बनाएगी. पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि राज्य में उनकी पार्टी के पक्ष में लहर है, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में और लोग कह रहे हैं कि 'इस बार कुमार अन्ना'. उल्लेखनीय है कि कुमारस्वामी के समर्थक उन्हें कुमार अन्ना के रूप में जानते हैं.
उन्होंने कहा कि संभावित तौर पर इस साल मई महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी ने पहले ही 93 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है और 50-60 प्रत्याशियों की दूसरी सूची करीब 10 दिनों में जारी कर दी जाएगी. कुमारस्वामी ने कहा, 'मेरा विचार है कि इस बार स्पष्ट बहुमत से सरकार बनेगी. मुझे इसका भरोसा है. मैं ऐसा कह रहा हूं क्योंकि मैं लोगों की नब्ज समझने में सक्षम हूं. पहले कहा जाता था कि जद(एस) पुराने मैसुरु इलाके की कुछ सीटों तक सीमित है. आज वह उन सीमाओं से परे बढ़ रही है. मुझे भरोसा है कि हम उस लक्ष्य तक पहुंचेंगे जिसे हमने तय किया है.'
बेंगलुरु प्रेस क्लब में मीडिया से संवाद करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि खंडित जनादेश का सवाल ही नहीं है और उनकी पार्टी 224 सदस्यीय विधानसभा में 123 सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और हम इसको (लक्ष्य को) हासिल करेंगे. उन्होंने कहा, 'लोगों की भावना राष्ट्रीय पार्टियों के खिलाफ है और वे क्षेत्रीय पार्टी को मौका देना चाहते हैं. भले (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी और (केंद्रीय गृहमंत्री अमित) शाह सौ बार आ जाए कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए राह मुश्किल होगी क्योंकि उसकी सरकार ने यहां खराब प्रदर्शन किया है.'
कुमारस्वामी ने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर मत चाहती है जबकि कांग्रेस 'भारत जोड़ो यात्रा' का हवाला दे रही है लेकिन जद(एस) एकमात्र पार्टी है जो अपने कार्यक्रमों के आधार पर जनसमर्थन मांग रही है. फिलहाल किसी दल से गठबंधन करने से इनकार करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि आने वाले दिनों में अगर समान विचार वाली पार्टियां आगे आती हैं तो उनकी पार्टी उसपर विचार करने को तैयार हैं.