टोक्यो : जापान ने मंगलवार को कहा कि वह 24 अगस्त को मलबे वाले फुकुशिमा परमाणु ऊर्जा संयंत्र से 1 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक ट्रीटेड रेडियोधर्मी पानी को जारी करना शुरू कर देगा. जापान ने हाल के दिनों में चीन ने इस योजना की काफी मजबूती से आलोचना की है. बता दें कि परमाणु आपदा के बाद से, एक हजार से अधिक टैंकों में साइट पर पानी संग्रहीत किया गया है. इसका इलाज एक उन्नत तरल प्रसंस्करण प्रणाली का उपयोग करके किया गया है, जिसे माना जाता है कि सभी रेडियोन्यूक्लाइड्स को हटाने में सक्षम है.
दो साल पहले जापानी सरकार ने टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी की ओर से संचालित संयंत्र से पानी को कम करने के लिए दो साल पहले मंजूरी दे दी थी. हालांकि, सरकार के इस फैसले से स्थानीय मछली पकड़ने के समूह भी नाराज था. प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मंगलवार सुबह कहा कि मैंने TEPCO को परमाणु विनियमन प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित योजना के अनुसार पानी निकालने के लिए तेजी से तैयारी करने के लिए कहा है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि 24 अगस्त को पानी निकालने का काम शुरू हो जायेगा. यदि मौसम की स्थितियां सामान्य रही.
इस घोषणा से पहले सोमवार को जापान सरकार ने कहा कि हम मछली पकड़ने वाले समूह की चिंताओं से वाकिफ हैं. हम जानते हैं कि उन्हें डर है कि इससे उनकी आजीविका बर्बाद हो जायेगी. सरकार की ओर से कहा गया कि मैं वादा करता हूं कि हम मछुआरों के उद्योग को सुरक्षित रखने की पूरी जिम्मेदारी ले लेंगे. वह अपना जीवन यापन करना जारी रख सकता है, भले ही इसमें दशकों लगेंगे.