जमशेदपुर:सांसद विद्युत वरण महतो ने अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान सांसद विद्युत वरण महतो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया और शुभकामनाएं दी. इसके बाद उनकी मां सुशीला देवी ने पीएम को एक शॉल भेंट की, जिसपर पीएम मोदी ने उन्हें सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देने के लिए कहा ताकि वे अच्छे काम कर सकते रहें.
सांसद विद्युत वरण महतो की मां ने पीएम को दिया आशीर्वाद पीएम से मुलाकात के दौरान सांसद विद्युत वरण महतो की मां ने उन्हें सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद देते हुए कहा कि वे इसी तरह गरीबों के लिए हमेशा काम करते रहें. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विद्युत वरण महतो की पत्नी उषा महतो, बेटे कुणाल महतो, बेटी शालिनी महतो और भांजी अंकिता महतो से कुशलक्षेम पूछा. मुलाकात के अंत में विद्युत वरण महतो ने लगभग 15 मिनट तक कई विषयों पर चर्चा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीन ज्ञापन सौंपे.
विद्युत वरण महतो के परिवार के साथ पीएम मोदी ज्ञापन के जरिए सांसद ने अपने लोकसभा क्षेत्र के प्रमुख विषयों की ओर उनका ध्यान आकृष्ट किया और इसपर चर्चा की. इन विषयों में पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा क्षेत्र के लिए स्वर्णरेखा परियोजना से पंप नहर से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराना मुख्य रहा. इससे लगभग 12000 से 15000 हेक्टेयर में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी. इसके साथ ही उन्होंने कर्मचारी राज्य बीमा निगम के माध्यम से घाटशिला या आदित्यपुर में एक मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्थापना करने के संबंध में भी चर्चा की.
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इसके अलावा विद्युत वरण महतो ने झारखंड के औद्योगिक क्षेत्र आदित्यपुर में रेल, रक्षा या ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़े उद्योग की स्थापना के लिए मांग की, ताकि मंदी के समय औद्योगिक क्षेत्र के इकाइयों को संकट का सामना नहीं करना पड़े. वहीं उन्होंने धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की भी मांग की. उन्होंने चांडिल, बोड़ाम, कटिंन, बांदवान होते हुए नई रेलवे लाइन के निर्माण के संबंध में भी बात की. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी से चाईबासा से हाता मुसाबनी, डुमरिया, आस्ति, गुड़ाबांधा, कोईमा होते हुए ओडिशा के मुंबई चौकी एनएच 6 तक राज्य मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग में हस्तांतरित कर निर्माण करने की मांग भी की. उनकी यह मुलाकात लोकसभा के प्रधानमंत्री कार्यालय में लगभग आधे घंटे तक चली.