श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में चुनाव कब होंगे, इसकी घोषणा चुनाव आयोग को करना है, लेकिन उसके पहले की तैयारी करीब-करीब पूरी हो चुकी है. जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के परिसीमन (डिलिमिटेशन) और मतदाता सूची (इलेक्टोरल रोल्स) के पुनरीक्षण का काम पूरा हो चुका है.
एलजी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता राज्य में आतंकी घटनाओं पर रोक लगाए जाने की है और उसकी ओर हम सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अब यहां के लोगों का जीवन प्रभावित नहीं कर सकता है. उप राज्यपाल ने कहा कि राज्य में अब शांति स्थापित है.
राजनीति के विशेषज्ञ मान रहे हैं कि उप-राज्यपाल ने एक तरीके से इशारा किया है कि राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है. उनके अनुसार क्योंकि एलजी मनोज सिन्हा ने परिसीमन और मतदाता सूची के बारे में जानकारी दी है, लिहाजा इसके बाद अगला कदम चुनाव की ओर ही उठाया जाएगा. वैसे, यह तो जाहिर है कि इसके बारे में औपचारिक घोषणा या अधिकार चुनाव आयोग का ही है. कुछ महीनों पहले जब चुनाव आयोग से सवाल किया गया था, तब आयोग ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में इलेक्टोरल सूची को ठीक करने का काम चल रहा है.