नई दिल्ली: तुर्की निर्मित पिस्तौल कैनिक-टीपी9 जम्मू-कश्मीर (जम्मू-कश्मीर) में सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन गई है, क्योंकि इस क्षेत्र में हाईब्रिड और कट्टर आतंकवादी लक्षित हत्या के लिए इस हल्की पिस्तौल का उपयोग कर रहे हैं. पिछले कुछ हफ्तों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई मुठभेड़ों और गिरफ्तारी के बाद आरोपियों के पास से काफी संख्या में कैनिक-टीपी9 पिस्तौलें बरामद की गई हैं.
सुरक्षा प्रतिष्ठान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को ईटीवी भारत को बताया कि इस साल अब तक आतंकवादियों के पास से तुर्की की 25 से अधिक पिस्तौलें बरामद की जा चुकी हैं. अधिकारी ने कहा, 'चूंकि यह हल्की और आसानी से संभाली जा सकने वाली पिस्तौल होती है, इसलिए आतंकवादी अब तुर्की की इस पिस्तौल का अक्सर इस्तेमाल कर रहे हैं और यह लक्ष्य को लगभग सटीक रूप से भेदती है.'
पिछले तीन हफ्तों में कश्मीर में हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ों में, एक आतंकवादी मारा गया और दूसरे ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया है. इनके कब्जे से एक कैनिक-टीपी9 पिस्टल सहित हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है. अधिकारी का कहना है 'चीन में बने हथियारों की आपूर्ति के अलावा, पाकिस्तान में राज्य के तत्व आतंकवादियों को तुर्की निर्मित पिस्तौल भी प्रदान कर रहे हैं.'