जम्मू :अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होगी और 31 अगस्त को समाप्त होगी. यात्रा के लिए पंजीकरण 17 अप्रैल से ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड के माध्यम से शुरू होगा. बता दें कि अनंतनाग जिले की वार्षिक तीर्थयात्रा का प्रबंधन श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के द्वारा किया जाता है.
इस बारे में श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरूला ने कहा कि इस बार की सुविधा 500 यात्रियों के लिए प्रतिदिन दोनों मार्गों के उपलब्ध होगी. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को जम्मू कश्मीर को लेकर सुरक्षा बैठक की थी. इसमें जम्मू कश्मीर के डीजीपी के अलावा अन्य कई अधिकारी मौजूद थे.
इससे पहले 31 मार्च को जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 44वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की थी. इसमें यात्रा-2023 के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई थी. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल एसएएसबी के पदेन अध्यक्ष हैं. बैठक में सुचारू और परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा के लिए चल रहे कार्यों और भविष्य की परियोजनाओं पर चर्चा की गई थी. इस बारे में उपराज्यपाल के प्रधान सचिव और एसएएसबी के सीईओ मनदीप के. भंडारी ने एक विस्तृत प्रस्तुति देने के साथ ही अमरनाथ जी यात्रा-2023 के विभिन्न पहलुओं पर बोर्ड को जानकारी दी थी. इसमें बताया गया था कि यात्रा के लिए पंजीकरण, हेलीकॉप्टर सेवाओं का प्रावधान, सेवा प्रदाता, यात्रा शिविर, लंगर/एनजीओ सेवाएं, यात्रियों/सेवा प्रदाताओं के लिए बीमा कवर आदि शामिल हैं. अनंतनाग जिले में हिमालय गुफा मंदिर की यात्रा हर साल आयोजित की जाती है।.भक्त भगवान शिव की शक्तियों के प्रतीक के रूप में भक्तों द्वारा मानी जाने वाली बर्फ की स्थिर संरचना के 'दर्शन' के लिए गुफा मंदिर में जाते हैं.
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(एजेंसी)