जयपुर :राजधानी जयपुर की ट्रैफिक पुलिस जिले के व्यस्ततम चौराहों में से एक चौराहे पर पाठशाला चला रही है, जहां पर छात्र तो केवल एक है, लेकिन उसे पढ़ाने के लिए कई ट्रैफिक पुलिसकर्मी हैं. पेड़ की छांव में एक छोटी कुर्सी पर बैठकर अपने नन्हें हाथों में कलम थामकर साक्षरता की राह पर आगे बढ़ रहा यह छात्र एक खानाबदोश परिवार का है. जिसमें पढ़ने का एक अलग ही जुनून और जज्बा है.
ईटीवी भारत की टीम जब गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहे पर बनी ट्रैफिक पुलिस बूथ के पास पहुंची, तो पेड़ की छांव में एक छोटी कुर्सी पर एक बच्चा हाथों में कलम लिए कागज पर गिनती और 'क, ख, ग, घ' लिख रहा था. पास में ही जयपुर ट्रैफिक के दो पुलिसकर्मी उस बच्चे को बेहद प्यार के साथ पढ़ना लिखना सिखा रहे थे. ईटीवी भारत की टीम ने जब ट्रैफिक इंचार्ज साउथ सोनचंद वर्मा से बातचीत की, तो उन्होंने बताया कि गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहे के पास एक खानाबदोश परिवार रहता है, जिसमें एक महिला मानसिक विक्षिप्त है और लोगों से भीख मांग कर खानाबदोश परिवार गुजर बसर कर रहा है.
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ट्रैफिक इंचार्ज साउध सोनचंद शर्मा ने बताया कि बच्चे के परिवार के सभी लोग भीख मांगने का काम करते हैं. लेकिन उनके परिवार का एक बच्चा जिसका नाम राहुल है वह भीख नहीं मांगता. कोई यदि गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहे के पास स्थित शहीद स्मारक के आस-पास बैठकर कुछ लिख पढ़ रहा है, तो बच्चा उसे दूर से खड़ा होकर निहारता है. जिस पर ट्रैफिक इंचार्ज साउथ सोनचंद शर्मा ने उस बच्चे को अपने पास बुलाया और उससे पूछा कि क्या वह पढ़ना चाहता है, तो बच्चे ने हां में जवाब देते हुए अपना सिर हिलाया. उसके बाद सोनचंद और गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिस की पूरी टीम उस बच्चे को साक्षर करने में जुट गई है.