जयपुर.राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त कर दी गई है. मानहानि केस में 2 साल की सजा के बाद राहुल गांधी की सदस्यता लोकसभा से खत्म हो गई है. राहुल गांधी को अयोग्य घोषित करने के बाद देशभर में कांग्रेस के नेताओं ने इसपर तीखी प्रतिक्रिया दी है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इससे देश की आवाज अब और ज्यादा मजबूत होगी. वहीं कैबिनेट मंत्री खाचरियावास ने भी इस निर्णय के खिलाफ अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
तानाशाही का उदाहरण है यह निर्णयः सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करना तानाशाही का एक और बड़ा और सटीक उदाहरण है. बीजेपी ये न भूले कि यही तरीका उन्होंने श्रीमती इंदिरा गांधी के खिलाफ भी अपनाया था और मुंह की खानी पड़ी. बता दें कि लोकसभा सचिवालय ने मानहानि केस में 2 साल की सजा के बाद राहुल गांधी की सदस्यता को लोकसभा से रद्द कर दिया है. हालांकि राहुल गांधी के पास अब भी कोर्ट का विकल्प खुला हुआ है. उधर राहुल की सदस्यता समाप्त होने के बाद देश भर में कांग्रेस सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है.
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आजादी में गांधी परिवार ने भाग लियाः गहलोत ने कहा कि एहुल गांधी देशभक्त है. उनके परिवार ने आजादी की जंग में हिस्सा लिया. खुद के पास रहने को मकान नहीं हो, उस व्यक्ति के बारे में जिस तरह की बातें की गई है, ये किस तरह की राजनीति कर रहे हैं. गांधी परिवार ने देश भक्ति का उदाहरण दिया है.दादी -पिता की हत्या हुई है. जिन्होंने शांति स्थापित करने का प्रयास किया. देश के टुकड़े नहीं होने दिया. उस व्यक्तित्व के धनी हैं राहुल गांधी.गहलोत ने कहा कि इसी तरह से पहले इंदिरा गांधी को भी रोक गया था. उन्हें भी लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था. उसके नतीजे भुगते, आंधी चली इंदिरा गांधी की.