जयपुर हेरिटेज निगम की महापौर निलंबित, सुनिए क्या कहा... जयपुर. हेरिटेज नगर निगम में शनिवार देर रात को बड़ा झटका लगा. ये झटका भूकंप का नहीं, बल्कि हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर को निलंबित करने के फरमान का था. हालांकि, महापौर ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए न्यायपालिका और उनके ऊपर सुदर्शन चक्र वाले पर भरोसा जताया है. वहीं, महापौर के निलंबन के साथ ही कार्यवाहक महापौर को लेकर चर्चाएं तेज हो चली हैं. यही नहीं, संभावना जताई जा रही है कि यदि महापौर किसी अल्पसंख्यक को बनाया जाता है तो उपमहापौर की सीट पर भी चेहरा बदल सकता है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुनेश गुर्जर के घर से जमीनों के पत्तों की 12 फाइलें बरामद की है. इन्हीं में 2 लाख रिश्वत प्रकरण के परिवादी के 3 पट्टों की फाइलें भी शामिल हैं, जिसके बाद जांच प्रभावित होने की संभावना को मध्य नजर रखते हुए महापौर को निलंबित करने के आदेश जारी हुए. इस पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए निलंबित महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि पहले भी साइन अभियान चले, मीटिंग्स हुई, लेकिन सच सबके सामने आना चाहिए, कोई इशू नहीं है.
न्यायपालिका और उसके ऊपर एक सुदर्शन चक्र वाला बैठा है, उस पर पूरा विश्वास है. वो मुख्यमंत्री के फुटप्रिंट जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही हैं, इसलिए कोई डर नहीं है. निलंबित मेयर ने कहा कि जिस तरह से वो लोगों से मिलती हैं, लोगों का काम करती हैं, जितनी फाइलें उनके साइन से निकली हैं, सबकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने सिविल लाइन की कितनी फाइलें निकाली हैं, उनके साइन से कितनी फाइल निकली है और उनके पास कौन-कौन सी शिकायतें हैं, वो सब खुलासे होने चाहिए.
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मुनेश गुर्जर ने प्रताप सिंह खाचरियावास के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि सीएम साहब के यहां से फोन आता और यदि कोई ऐसा है तो ये प्रूव किया जा सकता है. वो किससे मिलीं, किससे बात की और दोषी हैं तो उसकी जांच होनी चाहिए, कोई दिक्कत नहीं है, कोई डर नहीं है. उनके यहां एक-एक दिन में 200 से 300 फाइलें आती हैं, वो फाइलें निगम में न जाने कितने दिन से चल रही होती हैं. लेकिन उनके पास फाइनल साइन के लिए आती हैं. कोई एक फाइल नहीं आती, जिसे फॉलो करते घूमेंगी. उन्होंने कहा कि जो शिकायतकर्ता होता है, वो फाइल का प्रतिनिधि होता है. वो शिकायत करे, उसे प्रूफ करे. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक देश में रहते हैं, सब स्वतंत्र हैं. संविधान का अपना महत्व है, राहुल गांधी को भी षड्यंत्र से बर्खास्त किया गया, लेकिन न्यायपालिका से वो बहाल होकर आए हैं. मुनेश गुर्जर ने प्रताप सिंह खाचरियावास को अपनी कॉल डिटेल देने की बात कही. साथ ही कहा कि मंत्री जी ने उनसे कितनी बार बात की है, कितनी शिकायतें लिखित में दी हैं, कितने लेटर अपने काम के उन तक भेजे हैं और वो काम किसने रोके हैं, वो सब खुलासे हो जाने चाहिए.
इन नामों पर चर्चा तेज : वहीं, महापौर के निलंबन के बाद अब कार्यवाहक महापौर के नामों पर चर्चा तेज हो चली है. इनमें कांग्रेस की सबसे सीनियर मोस्ट आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र की वार्ड 85 की पार्षद सुनीता मावर हैं, जो तीन बार पार्षद रही हैं. इसके अलावा आदर्श नगर की ही वार्ड 78 की कांग्रेस पार्षद संतोष कंवर, किशनपोल विधानसभा क्षेत्र की वार्ड 64 की नसरीन बानो और आमेर वार्ड 2 की अंजली ब्रह्मभट्ट ओबीसी महिला कोटे से आती हैं. इसके अलावा वार्ड 79 से निर्दलीय पार्षद राबिया गुडएज के नाम पर भी चर्चा है. इस बीच हेरिटेज नगर निगम के गलियारों में चर्चा इस बात की भी है कि यदि माइनॉरिटी से किसी ओबीसी महिला पार्षद को मेयर बनाया जाता है, तो डिप्टी मेयर पद से असलम फारूकी को भी हटाया जा सकता है.