कोलकाता : दिल्ली में जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपियों में से एक अंसार शेख पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के प्रमुख औद्योगिक शहर हल्दिया में एक आलीशान हवेली का मालिक है. वहां उसकी जनहितैषी या समाजसेवी की छवि है. पश्चिम बंगाल पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा से मिली सूचना के बाद राज्य सीआईडी ने हल्दिया में अंसार की गतिविधियों के बारे में पूछताछ की. आगे की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की एक टीम के पश्चिम बंगाल आने की संभावना है.
सीआईडी सूत्र ने कहा, 'वहां से हमें पता चला कि अंसार असम का मूल निवासी है, लेकिन उसने एक ऐसे परिवार में शादी की जो लंबे समय से हल्दिया में रह रहा था. अपनी शादी के तुरंत बाद अंसार ने हल्दिया में एक हवेली बनाई और वह अक्सर यहां आता रहता है.' सूत्र ने आगे कहा, 'उसने विभिन्न सामाजिक-धार्मिक गतिविधियों के लिए भारी मात्रा में दान करके हल्दिया में एक परोपकारी की छवि भी बनाई है. वह पड़ोसियों के बीच भी काफी लोकप्रिय है, क्योंकि जब भी वह हल्दिया आता है, तो अपनी हवेली में दावत देता है, जहां पड़ोसी आमंत्रित किए जाते हैं.'
दरअसल, उनके मुताबिक जब राज्य पुलिस ने हल्दिया में अंसार के बारे में पूछताछ की तो जहांगीरपुरी हिंसा में अंसार के शामिल होने की बात पता चलने पर स्थानीय लोग हैरान रह गए. सीआईडी अधिकारी ने कहा, 'हल्दिया में लोग अंसार को स्क्रैप आयरन व्यवसाय में एक सफल व्यापारी के रूप में जानते हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान वह हल्दिया में सबसे ज्यादा रहा. हालांकि, उसके बाद भी वह अक्सर हल्दिया आया करता था.'
16 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर शोभा यात्रा जुलूस के दौरान विभिन्न समुदायों के लोगों के दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी. हिंसा में कम से कम आठ पुलिस कर्मी और एक नागरिक घायल हो गया. एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने रविवार को 35 वर्षीय अंसार को गिरफ्तार किया, जो सांप्रदायिक झड़पों की साजिश में शामिल था.