नई दिल्ली : उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके (jahangirpuri violence) में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाली गयी शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने ‘मुख्य षड्यंत्रकारियों’ सहित 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, दिल्ली में हनुमान जयंती पर हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच करने आठ सदस्यीय फॉरेंसिक टीम सोमवार को जहांगीरपुरी पहुंची है. टीम ने पथराव वाली इमारतों की तस्वीरें लेने के अलावा जमीन से फोरेंसिक सैंपल्स भी इकट्ठे किए. टीम अपनी रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर सौंप सकती है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन में तैनात कर्मचारी टीम का साथ दे रहे हैं. सबूत जुटाने में मदद करने के अलावा जरूरी जानकारी भी दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के विशेष अनुरोध पर एफएसएल टीम को बुलाया गया है, इससे पहले भी टीम ने कई मामलों को सुलझाने में पुलिस की मदद की है. बताया जा रहा है कि टीम को हिंसा प्रभावित जगहों पर जांच पूरी करने में पांच से छह घंटे का समय लग सकता है.
जहांगीरपुरी हिंसा : अब तक 23 लोग गिरफ्तार, पूछताछ के दौरान फिर हुआ पथराव - delhi jahangirpuri violence
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार रात हुई हिंसा मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इसमें दो नाबालिग आरोपियों को भी पकड़ा गया है. जानकारी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान घरों से पुलिस पर फिर से पथराव किया गया है.
दिल्ली पुलिस प्रमुख ने जहांगीरपुरी सांप्रदायिक हिंसा में घायल हुए उप-निरीक्षक से मुलाकात की : दिल्ली पुलिस प्रमुख राकेश अस्थाना ने जहांगीरपुरी में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान घायल हुए उप-निरीक्षक मेदा लाल से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि विभाग उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगा। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने एक बयान में कहा, पुलिस आयुक्त ने मेदा लाल का हालचाल पूछा और कहा कि पूरे बल को उनके साहस एवं कर्तव्य की भावना पर गर्व है, जिससे अनियंत्रित भीड़ पर काबू पाने में मदद मिली. बयान में कहा गया, उन्होंने उप-निरीक्षक को आश्वासन दिया कि विभाग इस मुश्किल घड़ी में उनकी हर संभव सहायता करेगा.
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