जबलपुर :मध्य प्रदेश के जबलपुर के सतपुला बाजार के पास मिस्त्री मोहम्मद अकरम का गैरेज है. मोहम्मद अकरम बीते 50 सालों से स्कूटर-बुलेट मोटरसाइकिल सुधारने का काम कर रहे हैं. उनके पास एक स्कूटर भी है, मोहम्मद अकरम के नायाब स्कूटर की कीमत हजारों में नहीं, बल्कि लाखों में है. खासियत क्या है, आप भी जानकर हैरान हो जाएंगे. तो आप भी देखें ईटीवी भारत की यह खास रिपोर्ट.
कबाड़ से बनाया सुपर स्कूटर: आज के युग में स्कूटर, जिसे स्टार्ट करने के लिए झुकाना पड़ता था, अब वह बाजार से गुम हो चुका है. गुम हुए स्कूटर की कीमत आज कुछ भी नहीं है, महज चंद रुपए में कबाड़ी इस स्कूटर को खरीदता है. मगर जबलपुर के मोहम्मद अकरम, जो कि पेशे से मिस्त्री हैं. उहोने कबाड़ के स्कूटर को 'सुपर स्कूटर' बना दिया है. जिसकी कीमत अब लाखों में पहुंच गई है, मोहम्मद अकरम का नायाब स्कूटर पूरे मध्यप्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है.
स्कूटर के साथ सेल्फी लेते हैं लोग: स्कूटर में कार की तरह न सिर्फ कैमरे और म्यूजिक सिस्टम लगा हुआ है. बल्कि यह पूरा स्कूटर लाइटिंग से सुसज्जित है, जिस सड़क से यह स्कूटर गुजरता है, लोग इसे देखने से नहीं चूकते. जो भी इस स्कूटर को देखता है वह सेल्फी लेने से पीछे नहीं हटता. सिर्फ जबलपुर ही नहीं, मध्य प्रदेश के कई जिलों से यह स्कूटर गुजर चुका है और इसे देखने वालों का तांता लग जाता है. लोग इसे अब कहते हैं अकरम जी का 'सुपर स्कूटर'.
सुपर स्कूटर बनाने में 70 से 80 हजार रूपये का आया खर्च खटारा स्कूटर पर बैठकर पत्नी होती थीं नाराज: मिस्त्री मोहम्मद अकरम करीब 50 सालों से मोटरसाइकिल और स्कूटर बनाते आ रहे हैं. लोगों को तो वह बढ़िया गाड़ी बनाकर देते थे मगर खुद 1998 की स्कूटर पर पत्नी को घुमाया करते थे. एक दिन अकरम की बेगम नाराज हो गईं और कसम खा ली कि अब खटारा स्कूटर में नहीं बैठेंगी. बेगम का गुस्सा देख अकरम साहब भी थोड़ा डर गए. उन्होनें दोनों को एक साथ रखने के लिए दिमाग लगाया कि क्यों न स्कूटर को ऐसा लुक दिया जाए कि यह बिल्कुल नया लगने लगे. जिससे पत्नी भी खुश रहे और उनका स्कूटर भी साथ में रहे.
चार महीनों में तैयार हुआ सुपर स्कूटर: बेगम के मुंह से खटारा-खटारा स्कूटर सुनकर मोहम्मद अकरम परेशान हो गए थे. जिसके चलते उन्होंने स्कूटर को खुद ही पेंट करवाया और फिर इसे नया रंग-रूप देने में जुट गए. अकरम ने इस स्कूटर को मोतियों से भर दिया, इतना ही नहीं उन्होंने इसमें एचडी स्क्रीन लगवाई है. जिसमे वीडियो के साथ-साथ गाने भी चलते हैं. स्कूटर में कई तरह की रंग-बिरंगी लाइट लगी हैं, इसको ऑपरेट करने के लिए अलग-अलग बटन भी लगाए गए हैं. स्कूटर में बैक कैमरा भी लगा हुआ है, अब जब इस स्कूटर से अकरम अपनी पत्नी को घुमाते हैं, तो लोग मुड़कर स्कूटर को जरूर देखते हैं.
70 से 80 हजार रुपये का आया खर्च: पेशे से मोटरसाइकिल मिस्त्री मोहम्मद अकरम ने अपने स्कूटर को सजाने के लिए 70 से ₹80000 तक लगा चुके हैं. उनके सुपर स्कूटर में 70 और 80 के दशक के गाने हमेशा बजते रहते हैं. लाइटों की चकाचौंध के बीच लोग मधुर गाने सुनते हैं, तो खुद-ब-खुद स्कूटर के पास खिंचे चले आते हैं. मोहम्मद अकरम ने बताया कि वर्तमान में स्कूटर का एवरेज 50 किलोमीटर प्रति लीटर है, लेकिन बढ़ती महंगाई के बीच अब वह जल्द ही स्कूटर में बैटरी लगाएंगे.
कुछ माह पहले बिगड़ गई थी अकरम की तबीयत: कुछ माह पहले मोहम्मद अकरम को हार्ट अटैक आ गया था, जिससे उनकी हालत बहुत जी नाजुक हो गई थी. 2 माह तक अकरम अस्पताल में भर्ती थे, ठीक हुए तो फिर से अपने सुपर स्कूटर को संवारने में लग गए. अकरम की तबीयत देख उनके बच्चे काम करने से मना करते थे, पर वह यह कहकर कि मैं अब ठीक हूं, धीरे-धीरे अकरम ने तैयार कर दिया सुपर स्कूटर. अकरम की जिद थी कि वह अपने स्कूटर को ऐसा बनाएंगे, कि जो उसे देखेगा वह उसकी तारीफ करें बिना नहीं रह पाएगा. मोहम्मद अकरम अपने सुपर स्कूटर से अजमेर-नागपुर-दिल्ली-कलकत्ता तक घूम चुके हैं, जो भी इनके स्कूटर को देखता है, उसकी इच्छा जरूर होती है कि वह भी इसे चलाए.
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दूल्हों के लिए डिमांड में सुपर स्कूटर: जबलपुर के लोगों ने जैसे ही मोहम्मद अकरम के इस स्कूटर को देखा, तो वह इसकी तारीफ करने से पीछे नहीं हटे. इतना ही नहीं, इस स्कूटर की कीमत अब लाखों रुपए में पहुंच गई है. जो भी स्कूटर को देखता है, वही इसकी कीमत लगा देता है. किसी ने इसकी कीमत दो लाख, तो किसी ने तीन लाख लगाई है. लेकिन अकरम किसी भी कीमत पर अपने इस स्कूटर को बेचने को तैयार नहीं हैं. इतना ही नहीं, बारात में दूल्हे को बैठा कर ले जाने तक का आर्डर उनके पास आ चुका है.
2 से 3 लाख रुपये लग चुकी है कीमत: जिस जगह मोहम्मद अकरम का गैराज है, वहां बाजार भी लगता है. शाम के समय जब सैकड़ों लाइट के साथ स्कूटर जगमगाती है, लोग खुद-ब-खुद इसे देखने आ जाते हैं. सुपर स्कूटर को किसी ने बारात में ले जाने के लिए किराये से मांगा, तो किसी ने खरीदने के लिए 2 से 3 लाख रु तक की डिमांड रख दी, लेकिन मोहम्मद अकरम ने इसे नहीं बेचा.
पत्नी के प्रेम में कबाड़ को बनाया सुपर स्कूटर: बाजार से खत्म हो चुके स्कूटर, जो आज कबाड़ के भाव बिक रहे हैं. उसी कबाड़ को मोहम्मद अकरम ने मेहनत के दम पर बेशकीमती बना दिया. अकरम ने यह सब अपनी पत्नी के लिए किया. अब अकरम का पुराना स्कूटर उनके साथ है और पत्नी भी बिना गुस्से के स्कूटर पर बैठकर घूमती हैं. उम्मीद है कि मोहम्मद अकरम और भी कई तरह के नायाब चीजों को बनाएंगे और मध्य प्रदेश का ही नहीं, देश का नाम भी रोशन करेंगे.