वाराणसी: भारतीय संस्कृति और सभ्यता हमेशा से ही विदेशियों को अपनी तरफ खींचती रही है. काशी तो अद्भुत शहर है, इस अद्भुत शहर में अक्सर विदेशी जोड़े भारतीय संस्कृति और सभ्यता के अनुरूप सात फेरों के बंधन में बंधने आते हैं. इसी क्रम में कोलंबिया के जोड़े ने हिंदू रीति रिवाज से सारंगनाथ महादेव मंदिर में शादी रचाई.
वाराणसी में सारनाथ भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली के लिए देश और दुनिया में विख्यात है. यहीं स्थित सारंगनाथ महादेव के मंदिर में कोलंबिया के ईवान और डेनियला ने सनातन धर्म की परंपरा अनुरूप विधि-विधान संग सात फेरे लेकर शादी रचाई. इस दौरान ईवान ने डेनियला की मांग में सिंदूर भरकर और सात जन्मों तक साथ निभाने का वचन दिया. विवाह का आयोजन अयोध्या निवासी आदित्य और मंत्रों का पाठ कृष्णकांत त्रिपाठी ने किया.नवविवाहित जोड़े ने कहा कि हम दोनों को भारतीय संस्कृति के प्रति बहुत लगाव है.