कोझिकोड (केरल) : केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) के प्रमुख घटक दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने गुरुवार को यहां विशाल रैली आयोजित कर गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत आम लोगों की कथित अंधाधुंध हत्याओं की निंदा की. आईयूएमएल के हजारों समर्थकों ने फलस्तीन एकजुटता मानवाधिकार रैली में भाग लिया. पार्टी के नेता पनाक्कड़ सैयद सादिक अली शिहाब थंगल ने इसकी शुरुआत की.
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य शशि थरूर इस रैली में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. थरूर ने सभा को संबोधित करते हुए पिछले 19 दिन में इजराइल-हमास के बीच संघर्ष में निर्दोष लोगों के मारे जाने पर अफसोस जताया. तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर ने कहा, 'यह भारत में और शायद दुनिया भर में मानवाधिकारों की रक्षा और शांति के पक्ष में हुईं सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक रैलियों में से एक रैली कही जा सकती है. यह रैली शांति के लिए है.'
उन्होंने कहा कि शुरुआत में इजरायल और बाद में गाजा में निर्दोष महिलाओं और बच्चों को हताहत होना पड़ा. उन्होंने इस संघर्ष को समाप्त करने की अनिवार्यता पर जोर दिया. थरूर ने शांति के प्रति भारत की ऐतिहासिक प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. उन्होंने कहा, 'हम हमेशा इस संकट के स्थायी समाधान के लिए खड़े रहे हैं.' थरूर ने स्पष्ट शब्दों में फलस्तीनी सशस्त्र समूह हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इजराइल पर किए गए हमले की भी निंदा की और इसे आतंकवादी कृत्य बताया.
उन्होंने कहा, 'सात अक्टूबर को आतंकवादियों ने इजराइल पर हमला किया और 1,400 लोगों की जान ले ली। दो सौ लोगों को बंधक बना लिया गया. पलटवार करते हुए इजरायल ने 6000 लोगों को मार डाला। बमबारी जारी है.' कांग्रेस नेता ने कहा कि यह केवल मुसलमानों तक ही सीमित मुद्दा नहीं है, बल्कि मौलिक मानवाधिकारों का मामला है. उन्होंने कहा, 'बम किसी का धर्म पूछकर नहीं गिरता. फलस्तीन में ईसाइयों की आबादी एक से दो प्रतिशत है. वे भी इस संघर्ष में मारे गए हैं.'
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