जयपुर : जैसे- जैसे सर्दियों का मौसम आ रहा है. वैसे वैसे वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात जवानों के लिए परिस्थितियां और भी कठिन होती जा रही हैं. सीमा से लगे क्षेत्रों का तापमान धीरे-धीरे नीचे गिरने लगा है. यह दुनिया की सबसे कठिन सीमा है और यह 10,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर है. इसके अलावा यहां कम ऑक्सीजन स्तर कम होने के साथ-साथ सर्दियों के दौरान तापमान माइनस 45 डिग्री पहुंच जाता है, जो सेना के सामने बड़ी चुनौती पेश करता है. ऐसे में चीन की 3,488 किलोमीटर की सीमा पर मोर्चा संभाले जवानों को फिट रहने की आवश्यक्ता महसूस की जा रही है.
इस संबंध में इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के महानिदेशक एस एस देसवाल ने सोमवार को कहा कि बल चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कठोर परिस्थितियों में रहने के लिए अपने अधिकारियों तथा जवानों को तंदुरुस्त रखने के लिहाज से कई तरह के कदम उठा रहा है.
देसवाल ने कहा कि चीन-भारत फ्रंट, जहां लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन की सेना के बीच पिछले कुछ महीनों से गतिरोध चल रहा है, पूरी तरह से सुरक्षित है और सैनिकों का मनोबल ऊंचा है.
ITBP प्रमुख ने भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगने वाले थार रेगिस्तान में तीन दिन तक चली 200 किमी की लंबी 'फिट इंडिया' वॉकथॉन के समाप्त होने के बाद पत्रकारों से बात की.
वॉकथॉन पिछले महीने 31 अक्टूबर को शुरू हुई थी और इसका शुभारंभ केंद्रीय खेलमंत्री किरेन रिजिजू द्वारा जैसलमेर के नाथूवाला गांव में किया गया था.