नई दिल्ली :कोविड मरीजों के इलाज में अभी भी प्लाज्मा थेरेपी (plasma therapy) के उपयोग को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की एक संसदीय समिति ने केंद्र सरकार से ऐसी दवाओं के उपयोग के खिलाफ सख्त दिशानिर्देश जारी करने के लिए कहा है. बता दें कि परिणाम बताते हैं कि प्लाज्मा थेरेपी कोविड के इलाज में उपयोगी नहीं है.
समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि ICMR (Indian Council of Medical Research) को अपने क्लीनिकल रिसर्च और अध्ययन के दायरे का विस्तार करना चाहिए और अपने डेटाबेस को अपडेट करना जारी रखना चाहिए, जो कोविड-19 के साथ-साथ भविष्य के ऐसे प्रकोपों को रोकने और कम करने में फायदेमंद साबित हो सकता है.
संसदीय समिति ने हाल ही में राज्यसभा में प्रस्तुत अपनी 130वीं रिपोर्ट में कोविड-19 के इलाज के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर ध्यान दिया है.
समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, 'समिति समझती है कि एक पूर्ण उपचार योजना तैयार करने के लिए नैदानिक परीक्षणों के विभिन्न चरणों की पुष्टि करनी होगी और सख्त प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. इसलिए समिति, आईसीएमआर को सिफारिश करती है कि वह नैदानिक अनुसंधान और अध्ययनों के दायरे का विस्तार करें और इसके डेटाबेस को अपडेट करते रहें, जो कि कोविड-19 के साथ-साथ भविष्य में इस तरह के प्रकोपों को रोकने और कम करने में फायदेमंद साबित हो सकता है.'