नयी दिल्ली: भारत में विदेशी प्रतिनिधियों के दौरों की झड़ी के बीच, इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन 9 मई से नई दिल्ली का दौरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उनकी यात्रा इजरायल के अर्थव्यवस्था मंत्री नीर बरकत और नेसेट स्पीकर अमीर ओहाना के इस साल की शुरुआत में भारत आने के कुछ दिनों बाद आई है. यात्रा का प्राथमिक उद्देश्य व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-इजरायल संबंधों को मजबूत करना है.
इज़राइल के अर्थव्यवस्था मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान, भारत-इज़राइल मुक्त व्यापार समझौते पर ध्यान देने के साथ भारतीय व्यापार मंत्री पीयूष गोयल के साथ बातचीत की. इस्राइल के विदेश मंत्री की यात्रा इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि दोनों देश राजनयिक संबंधों के 30 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. नेतन्याहू सरकार के तहत इस्राइली प्रतिनिधिमंडल की भारत की यह दूसरी यात्रा होगी.
पिछले कुछ वर्षों में, भारत और इज़राइल ने विभिन्न क्षेत्रों, विशेष रूप से व्यापार और सुरक्षा में अपना सहयोग बढ़ाया है. यह नोट करना प्रासंगिक है कि कृषि भारत और इजराइल के बीच सहयोग का एक अन्य क्षेत्र है. भारत में इजरायल के सेंटर फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन ऑफ द मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स (MASHAV) की मौजूदगी दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक नया बढ़ावा देती है. MASHAV के तहत कई विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं.