रोहतक में दिखी इजराइल जाने की होड़ रोहतक :भले ही विपक्ष ने पिछले दिनों हरियाणा के युवाओं को रोजगार के लिए इजराइल भेजने के हरियाणा सरकार के कदम पर सवाल उठाए हो, लेकिन लोगों को इससे कोई आपत्ति नहीं है. बल्कि इस वक्त लोगों के बीच इजराइल जाने की रेस जैसी चल रही है. पूरे हरियाणा समेत कई राज्यों के युवा इन दिनों इजराइल जाने की आस लिए रोहतक पहुंच रहे हैं. रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में भर्ती प्रक्रिया चल रही है और युवा यहां कौशल परीक्षण देने के लिए पहुंच रहे हैं. राजस्थान, पंजाब से भी कुशल श्रमिक इजराइल जाने के इच्छुक हैं और रोहतक पहुंचे हुए हैं. रोहतक आने वाले कई कुशल श्रमिक इससे पहले खाड़ी देशों और अफगानिस्तान में भी काम कर चुके हैं और उन्हें युद्ध के बीच इजराइल जाकर काम करने में किसी प्रकार का कोई ख़ौफ़ नहीं है.
बेहतर भविष्य की चाह :इजराइल जाने के पीछे एक बड़ी वजह ये भी है कि कुशल श्रमिकों को वहां इजराइल की करेंसी में पेमेंट मिलेगी. जानकारी के मुताबिक श्रमिकों को वहां 6100 इजराइली न्यू शेकेल यानि करीब 1 लाख 34 हजार रुपए मासिक वेतनमान दिया जाएगा जो भारतीयों श्रमिकों के लिए एक बड़ी रकम है. इसके अलावा उन्हें महीने में 26 दिन ही काम करना पड़ेगा. 21 जनवरी तक ये रिक्रूटमेंट प्रोसेस चलने वाला है और आने वाले दिनों में कई प्रदेशों से श्रमिक यहां पहुंच सकते हैं.
भारत और इजराइल के बीच करार : हमास के साथ इजराइल का युद्ध चल रहा है और ऐसे में इजराइल में कुशल श्रमिकों की भारी कमी हो गई है. युद्ध से पहले फिलीस्तीन के ज्यादातर श्रमिक वहां काम करते थे लेकिन युद्ध के चलते हालात बदल गए और कुशल श्रमिकों की कमी को पूरा करने के लिए इजराइली सरकार ने भारत सरकार के साथ करार किया है. इस करार के तहत हरियाणा सरकार इजराइल में 10 हजार कुशल श्रमिक भेजने का ऐलान कर चुकी है. इसके बाद ही अब ये भर्ती की प्रकिया स्टार्ट हुई है. रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में इजराइल के तकनीकी विशेषज्ञों की टीम मौजूद है जो यहां पहुंचने वाले युवाओं का स्किल टेस्ट ले रही है. इस पूरे प्रोसेस में भारत सरकार के नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन और इजराइल सरकार का पूरा सहयोग है. कुशल श्रमिकों के लिए आवश्यक न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास तय की गई है. इजराइल जाने के इच्छुक श्रमिकों की उम्र 25 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए. इसके अलावा न्यूनतम 3 साल के काम का एक्सपीरियंस होना जरूरी है.
एजेंटों से रहें सावधान :शुरुआत में ये माना जा रहा था कि कुशल श्रमिकों की इस भर्ती प्रक्रिया के लिए सिर्फ हरियाणा के कुशल श्रमिक आएंगे लेकिन राजस्थान, पंजाब के कुशल श्रमिक भी यहां आ रहे हैं. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी सुनीत मुखर्जी ने बताया कि अच्छी नौकरी और बेहतर भविष्य की आशा लिए रोहतक में दूसरे प्रदेशों से भी काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. वहीं रोहतक में चल रही भर्ती की प्रकिया देखने के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के निदेशक भी यहां पहुंचे हुए हैं. उन्होंने श्रमिकों से भर्ती प्रक्रिया के दौरान एजेंटों से सावधान रहने की अपील भी की. उन्होंने बताया कि भर्ती प्रक्रिया के लिए किसी भी तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जा रहा है. दरअसल निगम के पास ऐसे मामले सामने आए थे जिनमें शिकायत की गई है कि कुछ लोग इजराइल की इस भर्ती प्रक्रिया के लिए पैसे भी ले रहे हैं.
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