नई दिल्ली/गाजा : गाजा के एक हॉस्पिटल (अहली अरब) पर किए गए हमले ने पूरे मध्य पूर्व में खलबली मचा दी है. इस हमले में 500 से अधिक आम लोगों के मारे जाने की खबर है. इजराइल ने साफ तौर पर इस हमले से इनकार किया है, जबकि हमास ने इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है. इसके ठीक उलट, इजराइल ने कहा कि हमास का एक रॉकेट हॉस्पिटल पर जा गिरा. स्वतंत्र रूप से अभी तक यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि किसका दावा सही है.
इजराइली डिफेंस फोर्स ने गाजा के हमास ग्रुप फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है. आईडीएफ ने कहा कि इसका एक रॉकेट ठीक से लॉंच नहीं हो सका, और यह हॉस्पिटल पर जा गिरा. हॉस्पिटल गाजा के दक्षिण इलाके में है. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है, इसे न्यूज एजेंसी एपी ने ट्वीट किया है.
इस हमले के बाद हालात संभलने के बजाए बिगड़ने की आशंका प्रबल हो गई है. रूस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यदि इस हमले को इजराइल ने अंजाम नहीं दिया है, तो वह इसका सैटेलाइट सबूत सबके सामने रखे.
दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के दौरे से जो उम्मीदें जगी थीं, उस पर पानी फिर सकता है. बाइडेन इजराइल पहुंच चुके हैं. एयरपोर्ट पर बाइडेन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से गले मिले. बाइडेन ने कहा कि जो भी तथ्य सामने आए हैं, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि अस्पताल पर हमला दूसरी टीम (हमास) ने किया है.
इजराइली डिफेंस फोर्सने भी कुछ ऐसा ही प्रजेंटेशन दिया था. इजराइली अधिकारी ने बताया कि हमास का रॉकेट मिसफायर हुआ, और अब वे सहानुभूति पाने के लिए हम पर आरोप लगा रहे हैं, वे नैरेटिव को बदलना चाहते हैं. इजराइल ने एक ऑडियो भी रिलीज किया है. दोनों ट्वीट आप यहां पर देख सकते हैं.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की उपस्थिति में कहा कि हमास कुछ अलग तरह का दुश्मन है, यह इस तरह से हमले करता है जिसमें नागरिकों की ज्यादा से ज्यादा क्षति हो, जबकि हम इस तरह से अटैक करते हैं, जहां पर नागरिकों का कम से कम नुकसान हो. नेतन्याहू ने कहा कि हम जो भी कार्रवाई करेंगे, उसमें नागरिकों का कम से कम नुकसान होगा.
गाजा के हॉस्पिटल पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और जॉर्डन के किंग के बीच होने वाली बातचीत रद्द कर दी गई है. इजिप्ट के राष्ट्रपति की ओर से भी ऐसा ही बयान जारी किया गया है. फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास भी बाइडेन से मुलाकात नहीं कर सकेंगे. ऐसे में यह सवाल पूछा जाने लगा है कि बाइडेन जिस उम्मीद के साथ इजराइल पहुंचे हैं, उनका क्या होगा. अमेरिकी रक्षा मंत्री ने बाइडेन की यात्रा से पहले जिन नेताओं से मुलाकात की थी, और उनके साथ मिलकर जिन योजनाओं को अंजाम दिया जाना था, वह पूरा हो पाएगा या नहीं, किसी को पता नहीं है.
जर्मन चांसलर ओल्फ स्कॉल्ज ने भी इस घटना पर अफसोस जताया है. उन्होंने कहा कि हमले की जो तस्वीरें सामने आई हैं, वह विचलित करने वाली हैं. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इस क्षेत्र की शांति के लिए तुरंत ही युद्ध विराम की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस संघर्ष में बेवजह ही निर्दोष लोगों की जानें जा रहीं हैं, जिसे बचाया जाना बहुत जरूरी है.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल पर हुए हमले की निंदा की है. हालांकि, भारत ने किसी भी देश या संगठन का नाम नहीं लिया है. भारत ने तो इजराइल और न ही फिलिस्तीन का जिक्र किया है.
हमास ने इजराइल के जिन परिवार वालों का अपहरण किया है, वे चिंतित हैं. आप इस ट्वीट में देख सकते हैं कि उनके परिवार वालों की क्या हालत है.
कुछ ट्वीट में आप देख सकते हैं कि हमास के पक्ष की भी खबरें आ रहीं हैं. वैसे, स्वतंत्र स्रोतों से इसकी पुष्टि करना संभव नहीं है.
अमेरिका ने पहले ही अपने नागरिकों को लेबनान की यात्रा नहीं करने की सलाहदी है. लेबनान इजराइल के उत्तर और उत्तर पश्चिम में स्थित है. लेबनान में हिजबुल्लाह आतंकी सक्रिय है. हिजबुल्लाह शिया संप्रदाय को मानता है. उसे ईरान का समर्थन हासिल है. ईरान भी शिया बहुल देश है. जब से गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्ध की शुरुआत हुई है, हिजबुल्लाह बार-बार इजराइल पर हमले कर रहा है. इजराइल ने कहा है कि हिजबुल्लाह ईरान के इशारे पर हमले कर रहा है. जवाब में इजराइल ने लेबनान के कई इलाकों में बमबारी की है. लेबनान की सीमा से 2.5 अंदर तक इजराइल (की ओर) आम नागरिकों को सुरक्षित रूप से हटा लिया गया है. लेबनान में पल-पल बदलती गतिविधियों के मद्देनजर अमेरिका ने एडवायजरी जारी की है.
दक्षिणी गाजा पट्टी के अल-मवासी में इजराइल ने एक सहायता केंद्र खोला है. इजराइल ने कहा कि वह इस केंद्र में आने वाले सभी लोगों को मूलभूत सहायता उपलब्ध करवाएगा. यहां आपको बता दें कि इजराइल ने आम फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा छोड़ने को कहा था, ताकि वह हमास के खिलाफ कार्रवाई कर सके. उसकी चेतावनी के बाद बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों ने दक्षिण गाजा में शरण ले रखी है. दक्षिण गाजा से सटा इजिप्ट है. लेकिन इजिप्ट ने अपना बॉर्डर, राफा सीमा, खोलने से साफ-साफ मना कर दिया है. ऐसे में कोई बड़ी मानवीय संकट पैदा न हो जाए, इजराइल ने पहल करते हुए सहायता केंद्र खोला है. इजराइल ने बता रखा है कि वह उत्तरी गाजा से हमास का सफाया करेगा, उसके बाद वह दूसरे क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित करेगा. हमास मुख्य रूप से उत्तरी गाजा में केंद्रित है.
हमास के हमले में इजराइल के 1400 से अधिक लोग मारे गए हैं. इस हमले के बाद ही इजराइल और हमास के बीच युद्ध की शुरुआत हुई. हमला सात अक्टूबर को किया गया था.
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