नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की यात्रा के अगले ही दिन ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इजराइल की यात्रा की. उन्होंने इस क्षेत्र में एयर मार्ग को सामान्य करने पर जोर दिया, ताकि राहत सामग्री पहुंच सके और जो लोग बाहर निकलना चाहते हैं, उन्हें सुरक्षित मार्ग उपलब्ध करवाया जा सके. सुनक ने कहा कि ब्रिटेन पूरी तरह से संकट की इस घड़ी में इजराइल के साथ खड़ा है.
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने उन परिवारों से भी मुलाकात की, जिनके परिजनों को हमास ने बंदी बनाकर रखा हुआ है. जिन परिवारों से उनकी मुलाकात हुई, वे ब्रिटिश नागरिक हैं. हमास के हमले में सात ब्रिटिश नागरिकों के मारे जाने की खबर है. हमला सात अक्टूबर को हुआ था. नई जानकारी के अनुसार हमास ने हमले में उत्तर कोरिया से प्राप्त हथियारों का इस्तेमाल किया था.
अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी बुधवार को जल्द से जल्द राहत सामग्री के पहुंचने में आ रही बाधाओं को दूर करने की अपील की थी. लेकिन अभी तक इस पर कोई बड़ी शुरुआत नहीं हो सकी है.
गाजा शहर की आबादी 23 लाख है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार लगभग आधी आबादी दक्षिण गाजा की ओर शिफ्ट हो चुकी है. उनके सामने जीने का संकट पैदा हो गया है. यूएन के अनुसार उन्हें अगर जल्द से जल्द सहायता नहीं पहुंचाई गई, जो उनके सामने विकट स्थिति हो जाएगी. यूएन ने बताया कि जो लोग गाजा में फंसे हुए हैं, या फिर वैसे लोग जो अपनी मर्जी से यहां पर टिके हुए हैं, उनकी स्थिति और भी खराब है. उनके सामने हरेक पल मौत जैसी है. उन्हें पानी का संकट है, खाने की सामग्री ठीक से नहीं मिल पा रही है.
गुरुवार को अमेरिका ने लेबनान को लेकर एक एडवायजरी जारी की है. अमेरिका ने अमेरिकन्स को लेबनान में नहीं जाने की सलाह दी है. जो भी अमेरिकन लेबनान में हैं, उन्हें वहां से निकलने को कहा गया है.
जॉर्डन और इजिप्ट के शासकों ने फिलिस्तीनी लोगों के साथ खड़े होने की घोषणा की है. हालांकि, दोनों नेताओं ने यह भी कहा कि गाजा वासियों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है, यह उनकी जन्मभूमि है, उन्हें यहीं रहना चाहिए. यहां आपको बता दें कि जॉर्डन और इजिप्ट दोनों ही नहीं चाहते हैं कि फिलिस्तीनी उनके यहां शरणार्थी के तौर पर प्रवेश करें.
गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि सात अक्टूबर से लेकर अब तक गाजा में 3785 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि 12493 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मरने वालों में 1524 बच्चे और 120 बुजुर्ग शामिल हैं. अब तक मिली जानकारी के अनुसार कम से कम 3983 बच्चे घायल हुए हैं.
करीब दो सप्ताह पहले हमास के मिलिट्री विंग अल कासम ब्रिगेड ने इजराइल पर घातक हमला किया था.