भोपाल :मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के हाव-भाव और काम करने का तरीका कुछ दिनों से बदला-बदला नजर आ रहा है. पंद्रह साल से अधिक समय से सीएम का पद संभाल रहे सीएम शिवराज सिंह का ये नया रूप कई चर्चाओं को जन्म दे रहा है. क्योंकि जैसै वह आजकल दिख रहे हैं, बोल रहे हैं, काम कर रहे हैं, अमूनन इस स्वभाव के वो हैं नहीं. उत्तर प्रदेश में अपराधियों की संपत्ति नष्ट करने के लिए चलने वाले बुलडोजर पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश में भी खूब चल रहा है. इससे पहले मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज ने दिल की बात, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश, आनलाइन बजट जैसी पहल केन्द्र को देखकर ही की हैं. उधर, कांग्रेस आरोप लगा रही है कि मध्यप्रदेश में नवाचार के नाम पर सिर्फ नकल हो रही है.
मध्यप्रदेश में क्यों चल रहा बुल्डोजर -उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि सख्त और हिंदूवादी नेता के रूप में है. पिछले 5 सालों में अपराधियों के खिलाफ चलाए गए अभियान से उनकी सख्त छवि और मजबूत हुई है, लेकिन पिछले कुछ महीनों को छोड़ दें तो उससे पहले शिवराज की छवि बुलडोजर मामा की नहीं रही. प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई तो हुई लेकिन संपत्तियों पर बुलडोजर नहीं चला. यह अलग बात है कि बच्चियों से दरिंदगी और महिला अपराधों के मामलों में मध्यप्रदेश देश के शीर्ष राज्यों में शामिल रहा. अब ऐसे अपराधियों के मकानों पर बुलडोजर चलाकर सीएम शिवराज नए अवतार में दिख रहे हैं.
अब सीएम शिवराज भगवा रंग में भी डूबे -प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि शिव भक्त के रूप में रही है. केदारनाथ में मोदी का ध्यान लगाना हो या फिर अयोध्या राम मंदिर में शाष्टांग दंडवत करना या फिर मां गंगा की आरती में शामिल होना. इसी तरह योगी मठ-मंदिरों में पूजा करते दिखाई देते हैं. इसके बाद भी कुछ माह पहले तक सीएम शिवराज सिंह की छवि हिंदूवादी नेता के रूप में नहीं रही. लेकिन अब शिवराज इसी राह पर चलते दिखाई दे रहे हैं. पिछले दिनों दक्षिण में रामानुजाचार्य की मूर्ति के दर्शन करने पहुंचे तो उसी तरह के लिबास पहने, जो पीएम मोदी ने पहने थे. भगवा पहनकर शिवराज मंदिरों में पूजा करते दिखाई देते हैं, जबकि बीते सालों में शिवराज ने कभी हिंदूवादी छवि को खुलकर सामने नहीं रखा. वहीं सफाईकर्मियों के पैर भी सीएम शिवराज धो रहे हैं. पीएम नरेन्द्र मोदी ऐसा करते रहे हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मोमेंटो नीलाम करेंगे मुख्यमंत्री शिवराज -मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिंह अपने गिफ्ट और स्मृति चिह्न नीलाम करने जा रहे हैं. नीलामी से मिलने वाले पैसों को जनता की भलाई में लगाया जाएगा. शिवराज सिंह चौहान के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी ऐसा कर चुके हैं. यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से संवाद के लिए नमो एप तैयार किया था. इसी तरह पर शिवराज न भी शिवराज एप तैयार किया है. इसी तरह मोदी के मन की बात की तरह शिवराज की दिल की बात भी कार्यक्रम चल चुका है. उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थानों में योगी ने मीट और शराब पर पाबंदी लगाई. शिवराज ने भी एमपी के 2 पवित्र शहरों में मांस और शराब की बिक्री बंद कर दी. योगी ने मथुरा और अयोध्या में यह पाबंदी लगाई है, जबकि शिवराज ने कुंडलपुर और बांदकपुर में इस पर प्रतिबंध लगाया है.
यह कदम भी केन्द्र सरकार को देखकर उठाए -पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान केन्द्र सरकार ने डिजिटल बजट पेश किया. केन्द्रीय वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमन ने पिछली बार बजट आईपैड पर पेश किया. ये देखकर मध्यप्रदेश में भी आनन-फानन में डिजिटल बजट पेश करने की तैयारी की गई. प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने आईपैड पर बजट पढ़ा. लेकिन एक साल बाद शिवराज सरकार इसे भूल गई. साल 2022-23 का बजट फिर किताब पर लौट आया. मोदी सरकार ने आत्मनिर्भर भारत का रोडमैप तैयार किया तो इसके तत्काल बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने इसी तर्ज पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार कराने का ऐलान कर दिया.
कांग्रेस बोली - नकल करने में माहिर हैं सीएम शिवराज -इधर, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव के मुताबिक प्रदेश में नवाचार के नाम पर सिर्फ नकल बची है. मुख्यमंत्री शिवराज अपने नंबर बढ़ाने के लिए पीएम मोदी की नकल करने में ही लगे रहते हैं, ताकि दिल्ली में अपने नंबर बढ़ाए जा सकें. आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप बनाया, लेकिन अब इसे सरकार ने ही भुला दिया. यदि नवाचार पर सरकार ध्यान देती तो प्रदेश पर 3 लाख करोड़ का कर्ज नहीं होता. उधर, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी का कहना है कि पार्टी में ऐसा बड़ा नेता होना तो चाहिए, जिसे फॉलो किया जा सके. कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पास ऐसा कोई नेता ही नहीं बचा. वैसे भी यदि कोई अच्छा प्रयोग या नवाचार होता है तो उसे अपनाने में क्या हर्ज है. मध्यप्रदेश के बेटी बचाओ अभियान को कई राज्यों में अपनाया गया है. (CM Shivraj copying Modi and Yogi) (Bulldozer mama in Madhya Pradesh)
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