चेन्नई : अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने मक्कल नीधि मय्यम पार्टी की तीसरी वर्षगांठ मनाने के लिए रविवार को चेन्नई में एक मेगा कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. कमल हासन आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए लोगों से आवेदन प्राप्त करेंगे. इसके बाद वह नामित लोगों में से चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन करेंगे.
वहीं अगर बात की जाए राज्य को दो बड़ी द्रविड़ पार्टियों - AIADMK और DMK की, तो मोटे तौर पर वह कॉरपोरेट पेसफोलॉजिस्ट पर निर्भर हैं, जबकि कमल हासन केरल मॉडल को अपना रहे हैं. अब देखना होगा कि क्या यह चुनाव पार्टी के पक्ष में होगा और इसे बड़ी तादाद में वोट मिलेंगे? या पार्टी कई सीटें जीतेगी और चुनाव के बाद तमिलनाडु में तीसरी बड़ी पार्टी बनने में सफल होगी?
क्या कमल हासन केरल के एलडीएफ मॉडल को अपना रहे हैं ?
तमिलनाडु में होने वाले 2021 विधानसभा चुनावों के लिए जहां सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने चुनाव रणनीतिकार सुनील कानूनगो को चुना है, तो वहीं DMK प्रशांत किशोर की इंडियन पॉलिटिक्स एक्शन कमेटी पर निर्भर है, जबकि अभिनेता कमल हासन ने केरल में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) सरकार के मॉडल को अपनाया है.
केरल में एलडीएफ की सफलता से उत्साहित, कमल हासन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता विजयन से मिलते रहते हैं और अक्सर उनके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं.
60 साल के लंबे फिल्म कैरियर के दौरान अपनी कई तमिल फिल्में बनाने के लिए हॉलीवुड, बॉलीवुड और अन्य फिल्मों की स्क्रिप्ट को अपनाने वाले अभिनेता ने इस साल तमिलनाडु की राजनीति में अपनी पहचान बनाने के लिए केरल की ओर रुख किया है.
2015 की ब्लॉकबस्टर थ्रिलर फिल्म पापनासम 2013 की मलयालम फिल्म दृश्यम की रीमेक थी. इस फिल्म में कमल ने एक मध्यमवर्गीय केबल टीवी ऑपरेटर, सुयम्बु की भूमिका निभाई थी.
हालांकि, वास्तविक जीवन में कमल हासन ने पिनारयी विजयन के मॉडल को अपनाया है. बता दें कि एलडीएफ ने पिछले साल दिसंबर में केरल में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी.
उल्लेखनीय है कि एलडीएफ ने प्रसिद्ध लोक सेवकों, विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और प्रभावशाली व्यक्तित्वों की रोपिंग की नीति अपनाई. इसी रास्ते पर चलते हुए कमल हासन ने भी आईएएस, आईपीएस, वैज्ञानिकों और अन्य लोगों को आमंत्रित किया है, जिन्होंने लोगों के कल्याण के लिए काम किया है.