हैदराबाद :अच्छी आमदनी वाले कई लोग अपने पैसे को दोगुना करने की ख्वाहिश रखते हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं होता है कि बेहतर रिटर्न पाने के लिए कहां निवेश करें. इसके अलावा भारतीयों को सोने का शौक है और वे हमेशा सोने में निवेश की तलाश में रहते हैं. मौका मिलते ही सोना खरीद लेते हैं. अधिकतर लोग अपने इनवेस्टमेंट पर अधिक रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही अपने लक्ष्य को हासिल कर पाते हैं. बाकी बचे लोग यह जानना चाहते हैं कि ज्यादा रिटर्न के लिए किस स्कीम में निवेश करें? जिसमें हम इन्वेस्ट कर रहे हैं, उसमें कोई नुकसान तो नहीं होगा? ऐसे ही सवालों को हम एक्सपर्ट के नजरिये से बताते हैं, ताकि आपकी शंकाओं का समाधान हो सके.
अरुण का सवाल है कि मैं हर महीने दस हजार रुपये इनवेस्ट करने की प्लानिंग कर रहा हूं. मैं किस स्कीम में निवेश करूं, जिसमें मुझे कम से कम 14 प्रतिशत की दर से ऐन्युअल रिटर्न मिले.
फाइनैंशियल एक्सपर्ट तुम्मा बलराज का कहना है कि ज्यादा रिटर्न जोखिम भरे निवेश से ही संभव है. आप तय करें कि आप कितना जोखिम उठा सकते हैं. इक्विटी पर आधारित इन्वेस्टमेंट में 14 फीसदी तक रिटर्न मिलने के चांस रहते हैं. मगर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में उतार-चढ़ाव होते हैं. बेहतर रिटर्न तभी संभव है, जब आप कम से कम 7 से 10 साल के लिए निवेश करें. अगर आप समय-समय पर निवेश करते रहेंगे तो लंबी अवधि में आप 12-15 फीसदी की दर से रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं. इसके लिए आपको सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले डायवर्सिफाइड इक्विटी म्यूचुअल फंडों पर ध्यान देना चाहिए.
स्वप्ना ने सलाह मांगी है कि मैं अपनी मां के नाम वरिष्ठ नागरिक बचत खाते में 5 लाख रुपये जमा करना चाहती हूं. क्या यह अधिक लाभदायक है? क्या डेब्ट म्यूचुअल फंड में निवेश करना और प्रति माह एक निश्चित राशि लेना बेहतर होगा?
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में निवेश करने पर आपको सालाना 7.4 फीसदी ब्याज मिल सकता है. इस स्कीम के तहत हर तीन महीने में ब्याज का भुगतान किया जाता है. वर्तमान परिस्थितियों में, फिक्स डिपॉजिट और डेब्ट फंड से अधिक रिटर्न मिलने की संभावना नहीं है. इसलिए इसे सीनियर सिटिजन अकाउंट में जमा करें. यह स्कीम पांच साल तक जारी रहनी चाहिए. इसमें सेक्शन 80 सी के तहत स्लैब के हिसाब टैक्स लग सकता है.