अलीगढ़: जिले के सोमना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 पर ट्रेन की बोगी में बैठे पैसेंजर की गले में रॉड घुसने से मौत हो गई. यह घटना शुक्रवार सुबह नीलांचल एक्सप्रेस के सेकंड कोच की सीट नंबर 15 पर बैठे यात्री के साथ हुई. जब जीआरपी और आरपीएफ के साथ रेल कर्मचारी बोगी में पहुंचे तो देखा कि एक रॉड पैसेंजर की गर्दन के आरपार है. रॉड का एक हिस्सा खिड़की के बाहर था. खिड़की का कांच भी टूटा हुआ था जबकि दूसरा हिस्सा पैसेंजर के गले को भेदते हुए अंदर सीट के पिछले हिस्से में घुसा था. मारे गए पैसेंजर की पहचान सुल्तानपुर निवासी हरकेश दुबे के तौर पर हुई है. उसके पास मिले टिकट से पता चला कि हरकेश दिल्ली से लखनऊ जा रहा था.
बोगी के अंदर गले में कैसे घुसी रॉड:नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के चीफ जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि नीलांचल एक्सप्रेस में सोमना स्टेशन के पास बाहर से एक रॉड जनरल कोच की तरफ आई. यह रॉड से जनरल कोच में यात्रा कर रहे सुल्तानपुर के हरकेश कुमार दुबे की मौत हो गई . इस दुखद घटना की जांच आरपीएफ और जीआरपी संयुक्त रूप से कर रही है. यह रॉड बाहर से आकर बोगी में बैठे पैसेंजर के गले में कैसे घुसी, इस बारे में अभी तक रेलवे और जीआरपी के पास जवाब नहीं है.
खतरनाक है क्राइम सीन: मौके पर देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि खिड़की से घुसी रॉड की स्पीड इतनी अधिक रही होगी, जिसने इंसानी गले को भेदने के बाद सीट के पीछे बने स्टील की शीट में छेद कर दिया. हैरानी की बात यह है कि अगर यह रॉड बोगी के बाहर से आई तो खिड़की का शीशा और उसके फ्रेम में लगने के बाद डायवर्ट नहीं हुई. मारे गए हरकेश की बॉडी उसी रॉड के टिकी थी. जब जीआरपी मौके पर पहुंची तो लाश भी बैठने के पोजिशन में मिली. मौका ए वारदात यानी सीट नंबर-15 के पास पर युवक हरकेश के बैग के अलावा खिड़की की टूटी कांच और एक जोड़ी चप्पल भी मिली है. जो रॉड युवक के गले से निकाली गई है, वैसी रॉड का उपयोग अक्सर लाइनमैन ट्रैक को दुरुस्त करने के दौरान करते हैं.