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Chattisgarh : किरंदुल में लौह अयस्क से भरे मालगाड़ी के 18 डिब्बे पटरी से उतरे

दंतेवाड़ा के किरंदुल में लौह अयस्क से भरी मालगाड़ी के 18 डिब्बे पटरी से उतर (Goods train derail in Dantewada) गए. ट्रेन डिरेल होने से किरंदुल विशाखापटनम रेलवे मार्ग बाधित (Kirandul Visakhapatnam railway route disrupted) हुआ है. रेलवे को भी लाखों का नुकसान हुआ है.

किरंदुल में लौह अयस्क से भरे मालगाड़ी के 18 डिब्बे पटरी से उतरे
किरंदुल में लौह अयस्क से भरे मालगाड़ी के 18 डिब्बे पटरी से उतरे

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Published : Dec 17, 2021, 2:28 PM IST

दंतेवाड़ा:छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले (Chhattisgarh Naxal hit Dantewada) के किरंदुल से लौह अयस्क भरकर विशाखापटनम जा रही मालगड़ी के 18 डिब्बे पटरी से उतर (Goods train derail in Dantewada ) गए हैं. ट्रेन डिरेल होने से (wagons of goods train derail in Chhattisgarh) किरंदुल-विशाखापट्नम रेलवे मार्ग बाधित (Kirandul Visakhapatnam railway route disrupted ) हो गया है. कुछ डिब्बे आपस में टकराकर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. घटना आज सुबह चार बजे की है. सूचना मिलने पर रेलवे, STF, DRG की टीम मौके पर पहुंची और पटरी की मरम्मत का काम शुरू किया गया.

कहां हुई घटना

दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से 24 किलोमीटर दूर कमलूर-भांसी स्टेशन (Kamaloor Bhansi station) के बीच कुछ डिब्बे आपस में टकराकर पटरी पर पलट गए और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. 18 डिब्बे पलटने से रेलवे को लाखों का नुकसान बताया जा रहा है.

क्या नक्सलियों की है करतूत?

दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव (Dantewada SP Abhishek Pallav) ने फिलहाल नक्सलियों का हाथ होने से इनकार किया है. मौके पर कोई नक्सली पर्चे भी नहीं मिले हैं. घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे, STF, DRG की टीम पहुंचकर पटरी की मरम्मत में लग गई है. रेललाइन से मालगाड़ी के डिब्बे उतरने की जांच की जा रही है.

दंतेवाड़ा में डिरेल हुई मालगाड़ी, नक्सलियों ने उखाड़ी थी पटरियां

नक्सलियों ने उखाड़ी रेल की पटरी
बीते दिनों 27 नवंबर को कमलूर-भांसी स्टेशन (Kamaloor Bhansi station) के पास नक्सलियों ने पटरी उखाड़कर रेल को बेपटरी कर दिया था. नक्सलियों ने रेलगाड़ी के इंजन पर बैनर लगाकर भारत बंद का ऐलान किया था. नक्सलियों के भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने इस घटना को अंजाम दिया था. रेल की गति कम होने से किसी तरह के जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था.

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