नई दिल्ली : अडाणी एंटरप्राइजेज ने ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग कंपनी स्टार्क एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसे ट्रेनमैन के नाम से जाना जाता है. अडाणी एंटरप्राइजेज जल्द ही अपने प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन ट्रेन टिकटों की बिक्री करेगा.
अडाणी का ये कदम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के लिए थोड़ा परेशान करने वाला है. दरअसल अभी ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग व्यवसाय में आईआरसीटीसी का एकाधिकार है. वहीं, ट्रेनमैन IRCTC-अधिकृत ट्रेन टिकट बुकिंग एजेंट है.
जयराम रमेश के ट्वीट का आईआरसीटीसी ने दिया जवाब :डील को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी निशाना साधा है, जिस पर आईआरसीटीसी ने जवाब दिया है कि 'यह भ्रामक कथन है. ट्रेनमैन आईआरसीटीसी 32 अधिकृत बी2सी (बिजनेस टू कस्टमर) भागीदारों में से एक है. हिस्सेदारी बदलने से इसमें कोई अंतर नहीं आएगा. सभी एकीकरण और संचालन IRCTC के माध्यम से किए जाते रहेंगे. यह केवल आईआरसीटीसी का पूरक होगा और आईआरसीटीसी के लिए कोई खतरा या चुनौती नहीं है.'
ट्रेनमैन की ओर से कहा गया IRCTC पर नहीं पड़ेगा फर्क :वहीं, स्टार्क एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड या ट्रेनमैन ने भी कहा है कि ये कदम किसी भी तरह से आईआरसीटीसी के ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग व्यवसाय को प्रभावित करने वाला नहीं है. IRCTC अपना एपीआई किसी को भी देता है जिसके पास पैसा होता है.
एपीआई वाली करीब 26 कंपनियां हैं जो टिकट बुक कर सकती हैं, इसमें पेटीएम और मेकमाईट्रिप भी शामिल हैं. इसलिए अडाणी एंटरप्राइजेज जिस ट्रेनमैन को खरीद रहा है, वह आईआरसीटीसी के एकाधिकार को तोड़ने वाला नहीं है. यह केवल उन कंपनियों में से एक है जिसके पास केवल आईआरसीटीसी प्लेटफॉर्म पर टिकट बुक करने के लिए एपीआई एक्सेस है. इसलिए, अडाणी एंटरप्राइजेज के स्वामित्व वाले प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग भी आईआरसीटीसी के एपीआई द्वारा संचालित होगी.