चंडीगढ़: हरियाणा में काफी लंबे समय से आईएएस और आईपीएस लॉबी में टकराव की स्थिति बनी हुई है. भ्रष्टाचार के मामले में आईएएस अधिकारियों पर एंटी करप्शन ब्यूरो की कार्रवाई के बाद से ही आईएएस और आईपीएस लॉबी आमने सामने हैं. इन सबके बीच एक और विवाद आईएएस और आईपीएस का सामने आया है. यह विवाद सीधा हरियाणा के गृह विभाग से जुड़ा है. क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं...
गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद IPS आरके मीणा का आरोप: इस बार हरियाणा के एक आईपीएस अधिकारी और एसीएस गृह विभाग के बीच विवाद हो गया है. आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार मीणा (आरके मीणा) ने मुख्य सचिव संजीव कौशल पत्र लिखकर गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही आईपीएस आरके मीणा ने पत्र की कॉपी राष्ट्रपति, नेशनल एसटी कमीशन और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को भी भेजी है.
आईपीएस आरके मीणा की गुहार:आईपीएस आरके मीणा ने लिखा है 'एसीएस होम मुझे मेरे परिवार को परेशान कर रहे हैं और जानबूझकर अपमानित कर रहे हैं. क्योंकि मैं राजस्थान की अनुसूचित जनजाति से हूं. गृह सचिव अन्य अधिकारियों के साथ भी अत्याचार कर रहे हैं. 2 वर्ष से वेतन भी दूसरे पदों से ले रहा हूं. इसलिए मैं आपसे एसीएस होम टीवीएसएन प्रसाद पर एफआईआर दर्ज कराने का आदेश देने का अनुरोध करता हूं.'
आरके मीणा का क्या है आरोप: बता दें कि आईपीएस आरके मीणा को केंद्र सरकार ने डी- बार किया हुआ है. इसके बाद हरियाणा के गृह सचिव ने आरके मीणा को रिलीव कर दिया है. आईपीएस आरके मीणा ने पत्र में लिखा कि एसीएस होम के पास उन्हें डी-बार करने का आदेश केंद्र से 9 अक्टूबर को मिला. लेकिन, फिर भी उन्हें 18 को पद छोड़ने के आदेश मिला. इसके साथ ही मीणा ने पत्र में लिखा कि 19 अक्टूबर को उन्होंने एसीएस होम से व्यक्तिगत मुलाकात की और कहा उन्हें परेशान नहीं करें. बावजूद इसके अभी तक उनके रिलीव का आदेश रद्द नहीं किया है. मीणा ने कहा कि इससे पहले भी मुझे राज्यपाल के चौथे एडीसी के रूप में तैनात करके परेशान किया गया था. जबकि वहां 2 एडीसी पहले से तैनात थे और राजभवन हरियाणा में तीसरे, चौथे एडीसी के लिए कोई काम नहीं था.