अलीगढ़ : आईपीएल 2023 में अहमदाबाद में गुजरात टाइटंस के खिलाफ हुए कोलकाता नाईट राईडर्स के मैच में 5 छक्के लगाकर अपनी टीम को जिताकर रातों रात स्टार बनने वाले उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले रिंकू सिंह का बचपन काफी संघर्षपूर्ण रहा है. काफी अभाव में उनका बचपन गुजरा. क्रिकेट खेलना भी इसी बीच हुआ. लेकिन, पिता को यह पसंद नहीं था. क्योंकि, पुरानी धारणा 'पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो बनोगे खराब' उनके मन में बसी हुई थी. लेकिन रिंकू सिंह ने अपने परिश्रम और समर्पण के बल पर क्रिकेट की बुलंदियों को छुआ है.
रिंकू के पिता करते हैं सिलेंडर डिलीवरी का कामःरिंकू के पिता खानचंद कहते हैं कि सिलेंडरों का काम मेरे साथ रिंकू ने किया है और आज मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है. मैं कभी सोच नहीं सकता कि इस तरह का कारनामा हो जाएगा. मैं यही प्रार्थना करूंगा कि रिंकू आगे इंडिया के लिए खेले. खान चंद ने बताया कि रिंकू की खेल में ज्यादा रुचि थी. जब कुछ मैचों में रन बनाए, तो उसकी काबिलियत पता चली. मां बीना का कहना है कि रिंकू की उपलब्धि पर बहुत खुशी है. पहले जीवन में परेशानी थी. लेकिन, रिंकू की बदौलत जीवन बदल गया.
भाई की लगवाई नौकरी पर नहीं किया था कामःभाभी आरती का कहना है कि रिंकू को शुरू से क्रिकेट से लगाव था. पापा ने शुरुआत में मना किया, लेकिन बाद में रिंकू ने बहुत मेहनत की. रिंकू ने पापा के साथ सिलेंडर उतारने-चढ़ाने का भी काम किया है. आरती ने बताया कि यह एक सपना जैसा है. रिंकू ने बहुत अच्छा किया. रिंकू के भाई सोनू ने बताया कि पहले परिवार में बहुत प्रॉब्लम थी. पापा पर कर्जा हो गया था. रिंकू को जॉब लगाने के लिए भाई ने प्रयास किया.