नई दिल्ली :जी एंटरटेनमेंट इंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) की सबसे बड़ी शेयरधारक इनवेस्को ने कंपनी के प्रबंधन में बदलाव के लिए कंपनी के अन्य गैर-प्रवर्तक शेयरधारकों से समर्थन मांगा है.
इनवेस्को ने फर्म के सोनी के साथ हुए सौदे पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे शेयरधारकों की कीमत पर चंद्रा परिवार (जी के संस्थापक सुभाष चंद्रा का परिवार) को फायदा पहुंचेगा.
इनवेस्को ने जी के शेयरधारकों को एक खुले पत्र में मीडिया कंपनी के निदेशक मंडल (बोर्ड) के पुनर्गठन की अपनी मांग दोहराई और कहा कि वह मुख्य कार्यपालक अधिकारी पुनीत गोयनका और दो अन्य निदेशकों को हटाने के लिए असाधारण आम बैठक (ईजीएम) बुलाने की कोशिश करती रहेगी. फर्म में इंवेस्को की 7.74 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
पिछले महीने सोनी ग्रुप कॉर्प की भारत इकाई ने जी को खरीदने के लिए एक गैर-बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षण किए. प्रस्तावित सौदे में विलय के बाद बनी इकाई में सोनी के पास इंडिया की लगभग 53 प्रतिशत हिस्सेदारी और शेष जी के पास होगी.
विलय पर सवाल उठाते हुए इनवेस्को ने कहा कि गैर-प्रतिस्पर्धी माध्यम से संस्थापक परिवार को अतिरिक्त दो प्रतिशत इक्विटी उपहार में देने की घोषणा पूरी तरह से अनुचित है, और संस्थापक परिवार को अपनी हिस्सेदारी चार प्रतिशत से बढ़ाकर 20 करने का रास्ता भी खोलती है.
इनवेस्को ने कहा, इससे दूसरे सभी शेयरधारकों का हिस्सा कम होगा, जिसे हम अनुचित मानते हैं. कम से कम हम यह उम्मीद करेंगे कि एमडी/सीईओ (प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी) अपने पद को तत्काल छोड़ें.''