वाराणसी: केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर डॉ एसपी सिंह बघेल मंगलवार को वाराणसी में थे. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ से योग दिवस को तालीम दिवस के रूप में मनाया जाने पर अखिलेश यादव पर करारा प्रहार किया. उनका कहना है कि योग दिवस और योग की ताकत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर किसी को मनवाने पर मजबूर कर दिया है और बुधवार को प्रधानमंत्री अमेरिका में योग करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति से लेकर हर कोई योग करेगा. व्हाइट हाउस में योग की ताकत दिखाई देगी तो समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव क्या चीज हैं. यह तभी तो उन लोगों के पैर की धूल भी नहीं हैं. वहीं, डॉक्टर बघेल ने 2024 में बन रहे महागठबंधन पर भी जवाब देते हुए कहा कि कुएं के मेंढक जितना भी कूद लें, वह समुद्र में नहीं तैर सकते हैं.
उन्होंने बताया कि योग दिवस पर वाराणसी में एक सामूहिक रूप से 5000 से ज्यादा लोग एक ही स्थान पर योग करेंगे. उन्होंने योग को लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से तालीम दिवस मनाए जाने पर कहा कि वह लोग ऐसा करके भारत के लोगों में जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता हो रही है, उसका मजाक उड़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को धन्यवाद देना चाहते हैं कि संयुक्त राष्ट्र संघ में योग दिवस मनवा कर पूरा विश्व बुधवार को एक बड़ा संदेश देगा.
मई 2024 में महागठबंधन के बनने को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के संदर्भ में इस गठबंधन का कोई असर नहीं पड़ना है. चाणक्य ने बहुत साल पहले कहा था कि एक राजा लोकप्रिय होगा जैसे मोदी उनके खिलाफ दुश्मन के दुश्मन हमारे दोस्त के सिद्धांत पर दुर्लभ संध्या और दुर्लभ गठबंधन होंगे. ऐसा ही एक असफल गठबंधन बनाने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने कहा की दिल्ली का रास्ता यूपी से जाता है. पिछली बार यूपी में खतरनाक गठबंधन हुआ था. जिसे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन कहा गया. उन्होंने कहा कि वे स्वीकार करते हैं कि बहन जी के अंदर यूपी के हर लोकसभा में 100000 वोट ट्रांसफर करने की क्षमता है और अखिलेश के अंदर भी इतनी क्षमता है. वह दोनों एक थे और लोकदल भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में साथ में था. जयंत चौधरी के साथ आने से भी बड़ा डर सभी के अंदर था. लेकिन, उत्तर प्रदेश की पांच टॉप यादव और मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर समाजवादी पार्टी परिवार ने चुनाव लड़ा. अखिलेश यादव और नेताजी तो जीत गए. लेकिन, डिंपल यादव कन्नौज से हार गईं. मायावती का समर्थन लेकर भी अक्षय यादव फिरोजाबाद हारे और धर्मेंद्र यादव बदायूं हारे. समाजवादी पार्टी की 5 सीटों में से 3 सीटों को हार का सामना करना पड़ा. आजमगढ़ में उपचुनाव में उसमें जीत हासिल कर ली.