नई दिल्ली:विश्व के सबसे लोकप्रिय जीव बाघ को विलुप्त प्राय होने से बचाने के लिए साल 1973 में भारत सरकार की ओर से शुरू किए गए 'प्रोजेक्ट टाइगर' के 48 साल पूरे हो चुके हैं. इन बीते सालों में जो जानकारी बाघों के बारे में सामने आई वो काफी सुखद है मतलब कि 'टाइगर जिंदा है' (Tiger Zinda Hai). इस प्रोजेक्ट के तहत अब टाइगर रिजर्व की संख्या 9 से बढ़कर 50 हो गई है. संख्या की बात करें तो 2006 में देश में बाघों की कुल संख्या 1411 थी. 2010 में ये बढ़कर 1706 और फिर 2014 में 2226 पहुंच गई थी. 2014 से 2018 के बीच देश में बाघों की संख्या 2226 से बढ़कर 2967 तक पहुंच गई है. अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस दिवस (International Tiger Day) पर आइए जानते है जंगल के इस खूंखार जानवर के बारे में...
बाघ को सबसे ताकतवर और सुंदर जीव माना जाता है. दिलचस्प बात ये है कि दुनिया के 13 देशों में से एशिया के भारत, नेपाल, भूटान, कोरिया, अफगानिस्तान और इंडोनेशिया में बाघों की संख्या सबसे अधिक पाई जाती है. भारत के अलावा यह बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया और मलेशिया का राष्ट्रीय पशु है. दुनिया की 70% बाघों की आबादी वाला देश भारत है.
जानें कैसा शुरू हुआ इंटरनेशनल टाइगर डे
हर साल 29 जुलाई को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस का मकसद बाघों को लेकर जागरूकता पैदा करना है. 29 जुलाई 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग शहर में हुए टाइगर समिट में एक समझौता हुआ था. इसका मकसद पूरी दुनिया को ये बताना था कि बाघों की आबादी घट रही है. विश्व वन्यजीव कोष (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) के अनुसार, वर्तमान में दुनिया में केवल 4,200 जंगली बाघ हैं. रिपोर्टों के अनुसार, 20वीं शताब्दी की शुरुआत के बाद से लगभग 95 फीसदी वैश्विक बाघों की आबादी खत्म हो गई है. उपर्युक्त समझौते में शामिल देशों का मानना है कि 2022 तक बाघों की आबादी दोगुनी हो जाएगी.
सबसे ताकतवर जीव के बारे में जाने रोचक तथ्य
- साल 2019 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018' को जारी करते हुए कहा कि बाघों की रक्षा की कहानी जो 'एक था टाइगर' से शुरू हुई थी, वो 'टाइगर ज़िंदा है' तक पहुंच गई है.
- दुनिया का पहला सफेद बाघ (White Tiger) मध्य प्रदेश के रीवा में पाया गया था और नाम रखा गया था मोहन. आज दुनिया भर में जहां भी सफेद बाघ पाए जाते हैं, उन्हें मोहन की संतान कहा जाता है.
- बाघ पूरी दुनिया में बिल्ली की प्रजाति का सबसे बड़ा जीव है. इसके अलावा यह ध्रुवीय भालू और भूरे भालू के बाद धरती का तीसरा सबसे बड़ा मांसाहारी जानवर है.
- बाघ अगर जंगल में होता है तो वो औसतन दस साल तक जीवित रहता है, जबकि चिड़ियाघर में उसकी औसत उम्र बढकर 20 वर्ष हो जाती है.
- साइबेरियन टाइगर के शरीर पर बंगाल टाइगर (Bengal Tiger) की तुलना में कम धारियां होती है. साउथ चाइना टाइगर (South China Tiger) के शरीर पर सबसे कम और सुमात्रन टाइगर के शरीर पर सबसे ज्यादा धारियां होती हैं.
- बाघों की दहाड़ इतनी तेज होती है कि तीन किलोमीटर दूर से भी सुनी जा सकती है.
- बाघ एक मांसाहारी जानवर है और इसका पसंदीदा भोजन जंगली भैंसा, हिरण और सूअर है.
- बाघ शिकार पर रात में ही निकलते हैं. अंधेरे में इनकी देखने की क्षमता इंसानों से 6 गुना ज्यादा होती है.
- एक व्यस्क बाघ 30 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा छ्लाग लगा सकता है. इसके अलावा यह 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है और लगातार 6 किलोमीटर तक तैर सकता है.
- बाघ के दिमाग का वजन 300 ग्राम होता है जो मांसाहारी जानवरों में ध्रुवीय भालू के बाद दूसरा सबसे ज्यादा है.
- बाघ के पिछले पैर इसके आगे के पैरों की तुलना में अधिक लंबे होते हैं जिस कारण इसे दौड़ने, कूदने और अपने शिकार पर झपटने में आसानी होती है.
- जंगल में बाघों का भी इलाका बंटा होता है. ये अपने इलाके को चिन्हित करने के लिए पेड़ों को खंरोचकर पंजे का निशान बना देते हैं. इसके अलावा वे कुछ जगहों पर अपने बदबूदार मूत्र का भी प्रयोग करते हैं.
- अपने शिकार को फंसाने के लिए बाघ दूसरे जानवरों के आवाज की नकल यानी मिमिक्री करता है जिससे उसका शिकार आसानी से उसकी तरफ खींचा चला आता है.
- वैसे तो बाघ जल्दी इंसानों का शिकार नहीं करते लेकिन खतरा महसूस होने पर हमला करने से पीछे भी नही हटते. 220 सालों में पूरी दुनिया में बाघों ने लगभग 3,80,000 इंसानों का शिकार किया है.
- 2019 की रिपोर्ट के अनुसार, पूरी दुनिया में लगभग 4200 टाइगर ही बचे हैं जिसमे से 2967 अकेले भारत में ही है। वही मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 526 बाघ हैं.