नई दिल्ली : आज अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस है. यह भाषाई विविधता और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने का दिन है. आज पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मना रहा है. विभिन्न भाषाओं के बढ़ते दखल के बीच मातृभाषा पर आए खतरे को लेकर शिक्षा जगत भी चिंतित है. आज वैश्विक भाषों के बढ़ते चलन के बीच अब हर कोई जानता है कि उनकी मातृभाषा अनजाने में उपेक्षित हो गई है. International mother language day 21 February 2023 . बहुभाषी शिक्षा - शिक्षा में सुधार के लिए जरूरी
मातृभाषा दिवस समारोह की शुरुआत
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस यूनेस्को द्वारा 17 नवंबर 1999 को शुरू किया गया. पहली बार 2000 में 'अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस' के रूप में मनाया गया था. दुनियाभर के लोग और संस्थाएं आज इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि मातृभाषा पर क्या खतरा है और मातृभाषा को इससे कैसे बचाया जाए. आज पूरे विश्व में 7000 से अधिक भाषाओं का अस्तित्व है. जिनमें से आधी भाषाएं विलुप्त होने की कगार पर हैं. इसे ध्यान में रखते हुए लोगों में मातृभाषा की समझ बढ़ाने और मातृभाषा के दायरे को व्यापक बनाने के उद्देश्य से 21 फरवरी 2000 से अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी. विश्व अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस 2023 थीम 'बहुभाषी शिक्षा - शिक्षा में सुधार के लिए जरूरी है'.