हैदराबाद :आज अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस है. यह दिन मेहनतकश मजदूरों के लिए समर्पित है. किसी भी देश की अर्थव्यव्यस्था मजदूरों के बदौलत ही खड़ी होती है. हालांकि इसके बावजूद मजदूर हाशिए पर हैं. मजदूर दिवस श्रमिक आंदोलन की उपलब्धियों के स्मरणोत्सव रूप में मनाया जाता है. इसे अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस या मई दिवस के रूप में भी जाना जाता है. दुनिया के करीब 80 देशों में इस दिन सार्वजनक अवकाश होता है.
मजदूर दिवस का इतिहास
श्रमिकों पर केंद्रित पहला मई दिवस समारोह 1 मई 1890 को मनाया गया था. 14 जुलाई 1889 को यूरोप में समाजवादी दलों के पहले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में इसकी उद्घोषणा की गई थी. अटलांटिक के दूसरी तरफ की घटनाओं के कारण 1 मई की तारीख को चुना गया था. 1884 में अमेरिकन फेडरेशन ऑफ ऑर्गेनाइज्ड ट्रेड्स एंड लेबर यूनियनों ने आठ घंटे के कार्य दिवस की मांग की, जो कि 1 मई 1886 से प्रभावी हुआ था. अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस हमेशा दुनिया भर के समारोहों, विरोधों और हड़तालों के लिए जाना जाता है. इस दिन की सबसे प्रसिद्ध घटनाओं में से एक है 1971 में वियतनाम युद्ध के खिलाफ अमेरिकी नागरिकों द्वारा किया गया अवज्ञा आंदोलन शामिल है.