हैदराबाद :सरकार ने करीब दो साल बाद फिर से अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं शुरू करने का फैसला लिया है. कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण देश में अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं 23 मार्च, 2020 से स्थगित थीं. हालांकि, जुलाई 2020 से करीब 35 देशों के साथ 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत भारत से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन हो रहा है.
नागर विमानन मंत्री ज्योतिराज्य सिंधिया ने कहा, 'उद्योग से जुड़े लोगों के साथ विचार-विमर्श और कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी को देखते हुए हमने 27 मार्च, 2022 से अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय किया है.' उन्होंने कहा कि इस निर्णय के साथ एयर बबल व्यवस्था को हटा दिया गया है. सिंधिया ने कहा, 'इस निर्णय के साथ मैं आश्वस्त हूं कि विमानन उद्योग नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा.'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में मंगलवार को कोरोना के केवल 3,993 नए मामले सामने आए हैं. 662 दिनों में ये सबसे कम हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के 10 फरवरी को जारी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करने के साथ 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन होगा.
बयान में कहा गया है, 'विश्वभर में कोरोना रोकथाम टीकाकरण अभियान को मान्यता देने और उद्योग से जुड़े लोगों के साथ परामर्श के बाद सरकार ने 27 मार्च से भारत से आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय किया है.' मंत्रालय ने कहा कि भारत के लिए और भारत से अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं का निलंबन 26 मार्च, 2022 तक जारी रहेगा और एयर बबल व्यवस्था भी तब तक ही रहेगी.
गौरतलब है कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 26 नवंबर, 2021 को 15 दिसंबर, 2021 से अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें फिर से शुरू करने की घोषणा की थी. इसके एक दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के नए संस्करण ओमीक्रोन को देखते हुए नागर विमानन मंत्रालय और डीजीसीए से अपने निर्णय पर फिर से विचार करने के लिए कहा था. इसके बाद मंत्रालय ने अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को शुरू करने का फैसला टाल दिया था.
फैसले का स्वागत किया
सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि 'पर्यटकों के लिए सीमाएं खोलने के साथ यह कदम विमानन क्षेत्र और राष्ट्र के लिए आर्थिक सुधार को गति प्रदान करेगा.' दत्ता ने कहा कि एयरलाइन जल्द ही नए दिशानिर्देशों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ान कार्यक्रम की घोषणा करेगी. इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के इंडिया कंट्री डायरेक्टर अमिताभ खोसला ने कहा कि शेड्यूल्ड इंटरनेशनल फ्लाइट्स को सामान्य करने के भारत के फैसले से एविएशन और ट्रैवल सेक्टर्स में तो सुधार आएगा ही, साथ ही अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी. उन्होंने कहा, 'अगले कदम के रूप में, हम सरकार से अंतरराष्ट्रीय यात्रा के नियमों में छूट देने पर विचार करने का आग्रह करते हैं.' गौरतलब है कि IATA करीब 290 एयरलाइनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वैश्विक हवाई यातायात का 83 प्रतिशत शामिल है.
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