हैदराबाद :अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन की स्थापना 1947 में किया गया था. इसका मुख्यालय कनाडा स्थित मॉण्ट्रियल में है. स्थापना के 75 साल बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले नागरिक उड्डयन नेटवर्क में सालाना 400 करोड़ (4 बिलियन) से अधिक यात्री सफर कर रहे हैं. पूरे दुनिया में इस सेक्टर में 6.55 करोड़ (65.5 मिलियन) नौकरियां हैं. इनमें डायरेक्टर तौर पर एक करोड़ (10 मिलियन) महिलाएं और पुरूष काम करते हैं. रोजाना 1.20 लाख लोग उड़ानों में 1.2 करोड़ से ज्यादा यात्री सफर करते हैं. नागरिक उड्डयन सेक्टर में 2.7 ट्रिलियन डॉलर का कारोबार है. इस का वैश्विक स्तर पर आर्थिक गतिविधियों में 3.6 फीसदी योगदान है.
हर साल 7 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसके आयोजन का उद्देश्य दुनिया भर के देशों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के महत्व के बारे में दुनिया भर में जागरूकता पैदा करना, नागरिक उड्डयन को और ज्यादा सुदृढ़ करने में मदद व तकनीकि व अन्य सहयोग उपलब्ध कराया जाय. इस सेक्टर को देशों की सीमाओं से इतर सबों के लिए सस्ता व सुरक्षित हवाई सेवा उपलब्ध कराने के लिए जमीनी स्तर पर प्रयास करना है. अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन की ओर से अंतररर्ष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस 2023 के लिए थीम वैश्विक विमानन विकास के लिए उन्नत नवाचार निर्धारित किया है.
भारत के सिविल एविशन सेक्टर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. देश में हवाई अड्डों की संख्या सहित कई आधारभूत संरचनाओं में बढ़ोतरी जारी है. भारत का सिविल एविएशन के क्षेत्र का फायदा ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल रहा है.