लखनऊ :यूपी पुलिस अपने कारनामों को लेकर आए दिन चर्चा में रहती है. इसी क्रम में देवरिया पुलिस के दारोगा का अजीब कारनामा सामने आया है. दरअसल, खुद को ईमानदार बताने वाले दारोगा अमित पांडेय ने एक शख्स से 10 हजार रुपये की रिश्वत Google Pay के माध्यम से ली थी. दारोगा अमित पांडेय मईल थाने के भागलपुर चौकी इंचार्ज के पद पर तैनात है. मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी ने दारोगा अमित पांडेय सहित दो हेड कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया है.
बता दें वाराणसी के खोजवा बाजार निवासी रजत कुमार 30 मई को कार से बलिया से अपने दो संबंधियों के साथ भागलपुर के रास्ते बिहार राज्य के चंपारण जा रहे थे. रात के समय लगभग 11.30 बजे भागलपुर पुल के पास कार एक ट्रक से टकरा गई. टक्कर लगने के बाद ट्रक चालक ने भागने का प्रयास किया, लेकिन रजत कुमार ने ओबरटेक करके ट्रक चालक को पकड़ लिया. इस दौरान ट्रक चालक और रजत कुमार में नोकझोक हो गई. वहीं, मौके पर मौजूद दारोगा अमित पांडेय दो कॉन्स्टेबल के साथ आने-जाने वाले ट्रक चालकों से पैसे वसूल रहे थे.
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पीड़ित रजत कुमार ने बताया कि दारोगा ने अपनी धाक जमाते हुए उनकी तलाशी ली और पर्स कब्जे में ले लिया. इसी दौरान कॉन्स्टेबल ने उनकी कार से चार्जर व अन्य जरूरी सामान निकाल लिया. पीड़ित रजत कुमार ने बताया कि दारोगा ने उनसे 50 हजार रुपये की मांग की. पैसे न देने पर रजत कुमार सहित उनके संबधियों को लॉकअप में डॉल दिया. 31 मई को रजत कुमार के एक संबंधी ने दारोगा को रुपये देने का अश्वाशन दिया. इसके बाद अमित पांडेय ने रिश्वत के पैसे भेजने के लिए रजत को Google Pay से पैसे भेजने के लिए अपना नंबर दिया. दारोगा ने 10 हजार रुपये ट्रांसफर होने के बाद सभी को छोड़ दिया.