नई दिल्ली :खाड़ी क्षेत्र में आईएनएस सुदर्शिनी (INS Sudarshini) को तैनात किया गया है. इसका उद्देश्य भारतीय नौसेना के संचालन के विभिन्न पहलुओं पर मित्रवत विदेशी नौसेनाओं को परिचित कराने के साथ ही 'ब्रिज ऑफ फ्रेंडशिप' का विस्तार करने की दिशा के अलावा बोर्ड सेल प्रशिक्षण प्लेटफार्मों पर प्रशिक्षण को बल देना है.
इसी क्रम में जहाज को 22 दिसंबर को आईआरआईएस जेरेह द्वारा पोर्ट साहिद बहोनार, बंदर अब्बास (ईरान) तक ले जाया गया था. यहां जेट्टी पर आईआरआई नौसेना के नौसेना बैंड द्वारा जहाज का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. इस दौरान आईआरआई नौसेना के अलावा भारतीय दूतावास का एक प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद था.
स्वागत समारोह के बाद ईरान में भारत के राजदूत गद्दाम धर्मेंद्र ने अपनी टीम के साथ जहाज से यात्रा भी की. इस दौरान जहाज के कर्मचारियों ने राजदूत के लिए एक भोज भी आयोजित किया था. इस आयोजन में आईआरआई नौसेना के कर्मियों को भी आमंत्रित किया गया था. यात्रा को यादगार बनाने के लिए एक संयुक्त केक काटने का समारोह भी आयोजित किया गया.
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इस दौरान नौसेना अताशे इंडिया के साथ कमांडिंग ऑफिसर ने कमांडर आईआरआई नेवी फर्स्ट डिस्ट्रिक्ट से मुलाकात की. इसमें ऐतिहासिक समुद्री संपर्क, प्रशिक्षण कैडेटों और युवा अधिकारियों के विषय पर दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी सहयोग और सेल प्रशिक्षण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई. वहीं प्रशिक्षण निदेशक (आईआरआई नौसेना) कैप्टन हमजा ने आईआरआई नौसेना के अधिकारियों की एक टीम के साथ जहाज का दौरा किया. उन्होंने आईआरआई नौसेना कैडेटों के बंदरगाह प्रशिक्षण के दौरान जहाज की कार्यप्रणाली और विशेषताओं का बारीकी से अवलोकन किया.
बता दें कि आईआरआई नेवी ट्रेनी ऑफिसर (सी राइडर्स) को सेल ट्रेनिंग से गुजरने के लिए नामित किया गया है, जिन्होंने जानकारी के लिए जहाज का दौरा किया. उन्होंने सीमैनशिप, सेल अरेंजमेंट, रोपवर्क और सेल ट्रेनिंग की तकनीकी विषयों पर जानकारी साझा की. इस यात्रा के दौरान दोनों पक्षों को नौकायन पर व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव को साझा किया.
जहाज तीन दिनों के लिए बंदर अब्बास में रहेगा जिसमें नौसेना बेस (बंदर अब्बास) का दौरा और आईआरआई नौसेना से सी राइडर्स की शुरूआत शामिल है, ताकि नौकायन प्रशिक्षण अनुभव प्रदान किया जा सके.