रांची:आईईडी ब्लास्ट में घायल जवान जीडी जयंता नाथ को बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली के एम्स भेज दिया गया है. शुक्रवार की शाम जयंता नाथ को रांची के आर्किड अस्पताल में घायल होने के बाद भर्ती करवाया गया था. गंभीर रूप से घायल होने की वजह से सीआरपीएफ के अधिकारियों ने निर्णय लिया कि जयन्ता का इलाज दिल्ली में करवाया जाएगा. निर्णय लेने के बाद रांची ट्रैफिक पुलिस के द्वारा अस्पताल से एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मात्र 12 मिनट में घायल जयंता को रांची एयरपोर्ट पहुंचा दिया.
ग्रीन कॉरिडोर बना घायल जवान को सिर्फ 12 मिनट में दिल्ली किया गया एयरलिफ्ट, नक्सली हमले में हुआ था घायल - Jharkhand news
Soldier airlifted to Delhi in just 12 minutes झारखंड के चाईबासा में आईईडी विस्फोट में घायल हुए सीआरपीएफ के कांस्टेबल जयन्ता नाथ को बेहतर इलाज के लिए रांची से दिल्ली शिफ्ट कर दिया गया है. शनिवार को रांची पुलिस के द्वारा ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कर अस्पताल से घायल जवान को सिर्फ 12 मिनट में रांची एयरपोर्ट पहुंचाया गया.

Published : Nov 18, 2023, 2:02 PM IST
ये भी पढ़ें:चाईबासा में आईईडी ब्लास्टः बम निरोधक दस्ता के कॉन्स्टेबल शहीद, दो जवान घायल
एयर एंबुलेंस से भेजा गया दिल्ली:घायल कांस्टेबल जयंता नाथ को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली भेजा गया है. दिल्ली के एम्स अस्पताल में अब उनका इलाज चलेगा. झारखंड के चाईबासा जिला के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के हाथीबेड़ा में हुए आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ 94 बटालियन के एक कांस्टेबल संतोष शहीद हो गए थे. जबकि दो अन्य घायल हुए थे. घायलों में सीआरपीएफ 60 बटालियन के सेकंड इन कमांड वेजेंटो टीनाई और कांस्टेबल जयंता नाथ शामिल है. जयंता को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया था. अब उनका इलाज दिल्ली में किया जा रहा है.
आईईडी क्लीन करने निकले थे जवान:मिली जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ 60 बटालियन के सेकंड इन कमान अपने साथ बम निरोधक स्कॉयड को लेकर चाईबासा के गोईलकेरा थाना क्षेत्र के हाथी बेड़ा जंगल में आईईडी क्लीन करने के लिए निकले थे. सूचना मिली थी कि इस इलाके में नक्सलियों के द्वारा बड़े पैमाने पर आईईडी जमीन के नीचे लगा कर रखा गया है. सूचना पर कार्रवाई करते हुए आईईडी निकालने का काम चल ही रहा था कि अचानक एक आईईडी में ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट की वजह से मौके पर मौजूद बीडीडीएस टीम के संतोष उरांव शहीद हो गए.