नई दिल्ली: इस वर्ष के टीकाकरण सप्ताह का विषय 'लॉन्ग लाइफ फॉर ऑल' है. जिसमें 'लंबा जीवन' और स्वस्थ जीवन के लिए टीकाकरण और वैक्सीन निष्पक्षता के महत्व को दर्शाता है. भारत सालाना लगभग 2.9 करोड़ गर्भवती महिलाओं और 2.7 करोड़ बच्चों को टीका मुहैया कराता है.
नवीनतम राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस)-5 के आंकड़ों के अनुसार अखिल भारतीय स्तर पर 12-23 महीने के बच्चों में पूर्ण टीकाकरण कवरेज (एफआईसी) में 62 प्रतिशत से 76 प्रतिशत तक पर्याप्त सुधार दर्ज किया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अतिरिक्त आयुक्त वीणा धवन ने लक्षित जिलों और ब्लॉकों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण कवरेज में तेजी लाने के लिए 2022 की शुरूआत में शुरू किए गए सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और गहन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) 4.0 पर अपडेट दिया.
प्रत्येक बच्चे द्वारा लिए जाने वाले टीकों की प्रत्येक खुराक के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि आईएमआई 4.0 बच्चों के कमजोर समूहों की पहचान और उनका टीकाकरण पर केंद्रित है. ऐसे बच्चे जो खुराक से चूक गए हैं. इस वर्ष विश्व टीकाकरण सप्ताह का विषय टीकाकरण का लंबा इतिहास, इसका जन आधार और देखभाल है. डब्ल्यूआईडब्ल्यू कई लोगों के असाधारण काम का जश्न भी मनाता है, जिन्होंने पिछले 300 वर्षो से टीकों के निर्माण, विकास और प्रशासन में योगदान दिया है.